दूर के रिश्तेदार भी बने नजदीकी
प्रचार प्रपंच:
-वोट पक्की करने के लिए रिश्तेदारियों में पहुंचने लगे हैं कार्यकर्ता
-नेताओं की ओर से कार्यकर्ताओं को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाएं
कृष्ण कुमार, रेवाड़ी : प्रदेश में विधानसभा चुनाव का काउटडाउन शुरू हो चुका है। चुनाव के लिए नामाकन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। विभिन्न पार्टियों में प्रत्याशियों के चेहरों को लेकर तस्वीर साफ होने लगी है। अब मतदाताओं तक पहुचने के लिए उम्मीदवारों व उनकी पार्टियों द्वारा हर प्रकार की रणनीति बनाई जा रही है तथा प्रचार के कई उपाय भी अपनाए जाने लगे हैं। नेताओं द्वारा कार्यकर्ताओं को भी फील्ड में सक्रिय कर दिया गया है। कार्यकर्ता दूर की रिश्तेदारियों तक पहुचने लगे हैं।
प्रदेश में 15 अक्टूबर को मतदान होना है, तथा शनिवार से नामाकन भी शुरु हो गया है। जिले में पड़ने वाले बावल, कोसली व रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा व इनेलो अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। कुछ निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में कूदने की तैयारी कर रहे हैं। पार्टियों द्वारा घोषित किए व निर्दलीय प्रत्याशी प्रचार में जुट चुके हैं। नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं को भी फील्ड में भेजना शुरू कर दिया है। कार्यकर्ताओं को अब अपने रिश्तेदार भी याद आने लगे हैं। वोट का लाभ मिलता देख, दूर के रिश्तेदार अब नजदीकी बनते जा रहे हैं। एक या दो नहीं, बल्कि गाड़ियों के जरिये कई-कई चक्कर लगाने के साथ-साथ मोबाइल पर भी लगातार संपर्क साधे जा रहे हैं। किसी भी नेता को यदि पता चलता है कि उसके क्षेत्र में पड़ने वाले गाव में फला कार्यकर्ता की रिश्तेदारी है तथा वोट का लाभ मिल सकता है, ऐसे कार्यकर्ता को तुरत संपर्क करने के आदेश भी दिए जा रहे हैं। नेताओं द्वारा कार्यकर्ताओं को रिश्तेदारियों तक पहुंचने के लिए सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है।