शहर के विकास से चिंतित हैं युवा
यूथ फैक्टर:
फोटो संख्या: 20 व 21 है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच शहर की बदहाल सफाई व्यवस्था के कारण युवाओं में पलायन की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने के लिए कोई ठोस नीति नहीं होने के कारण भविष्य में स्थिति गंभीर हो सकती है। विकास का दावा केवल कागजों तक ही सीमित रह गया है। नागरिकों की समस्याओं के प्रति प्रशासन कुछ नही कर पा रहा है जो आज के युवाओं का गंभीर मुद्दा बना गया है।
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शहर की सफाई व्यवस्था लचर है जो युवाओं का प्रमुख मुद्दा है। ग्रीन सिटी नहीं होने से लोगों को आ रही परेशानियां प्रमुख हैं। इसके चलते जहां एक ओर शहर की सुंदरता लगातार बिगड़ रही है वहीं दूसरी ओर लुप्त हो रही हरियाली से आने वाले समय में गंभीर परिणाम की आशंका बढ़ गई है। प्रशासन हर साल लाखों पौधे वितरित करने और शहर को हरा भरा बनाने का दावा करता है लेकिन ग्रीन सिटी का सपना पूरा होना कोसों दूर है। इसी प्रकार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का दर्जा दिए जाने और औद्योगिक क्षेत्र होने के बावजूद जिले में मूलभूत सुविधाओं का अभाव दूर करने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
-सतेंद्र शर्मा, कंपनी बाग।
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मेरी नजर में प्रमुख मुद्दा जिले में इतने उद्योग होने के बावजूद स्थानीय युवाओं को रोजगार न मिलना है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश युवाओं में तकनीकी क्षमता होने के बावजूद रोजगार के लिए दूसरे जिलों और राज्यों में जाना पड़ता है। हजारों की संख्या में शैक्षणिक योग्यता पूरी करने के बाद भी युवा बेरोजगार है। छोटी मोटी नौकरी के लिए युवा प्रतिदिन कार्यालय के चक्कर काट रहे है।
-राहुल, रामपुरा।