बाटम--ईको क्लब को नहीं मिल पाती समुचित सुविधाएं
-पर्यावरण संरक्षण का लोगो लगाए
फ्लैग-विभिन्न कक्षाओं से चुने गए विद्यार्थियों को दी जाती है जिम्मेदारी
-15 सौ रुपये में नहीं मिल पाते पर्याप्त पौधे
-लंबे अवकाश के कारण पानी के अभाव में पौधे दम तोड़ देते हैं
फोटो: 20एनएआर-10
संवाद सहयोगी, कनीना :
सरकारी स्कूलों में संचालित इको क्लब स्कूल सौंदर्यीकरण में अहम भूमिका निभाने के बावजूद कई समस्याएं झेल रहे हैं। क्लब द्वारा लगाए गए पौधों को अवकाश के दौरान नष्ट कर दिया जाता है। दूसरी तरफ लंबे अवकाश के कारण पानी के अभाव में पौधे दम तोड़ देते है।
सरकारी स्कूलों में साफ सफाई बनाए रखने व पर्यावरण की दृष्टि से स्कूल का रखरखाव करने के लिए ईको क्लब का गठन किया गया है। पर्यावरण सुरक्षा से स्कूल प्रधानमंत्री अवार्ड में अहम भूमिका निभाते है और प्रतिवर्ष प्रोत्साहन के रूप में 1500 रुपये पाते है, किंतु महगाई के दौर में उन पैसों से चंद पौधे भी नहीं खरीदे जा सकते है।
----
विद्यार्थियों की दी जिम्मेदारी
प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग में राजकीय उच्च एवं वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में किसी जीव जंतु के नाम पर इको क्लब का निर्माण किया हुआ है, जिसमें विभिन्न कक्षाओं से चुने गए विद्यार्थियों को इको क्लब की जिम्मेदारी दी जाती है। ये विद्यार्थी मिलकर स्कूल प्रागण को साफ सुथरा करने, पेड़ पौधे लगाने, स्कूल प्रागण को हरा भरा बनाने में रोल अदा करते है। ये नौवीं तथा दसवीं से अधिक होते है। स्कूल के द्वार पर ही इस इको क्लब को दर्शाने वाला साइन बोर्ड लगा होता है। बाहर से आने वाला कोई भी अधिकारी इको क्लब के बारे में जान सकता है।
क्या आती है समस्याएं
इको क्लब को सुचारु रूप से चलाने में कई समस्याएं सामने आती हे जिनमें सरकार द्वारा महज 15 सौ रुपये ही देती है, जिनसे चंद पेड़ पौधे खरीद पाना और उनका रोपण करना कठिन होता है। सरकार द्वारा बच्चों से शिक्षा के अलावा कोई काम नहीं देना चाहती तो इन क्लब की देखरेख कौन करे? अवकाश के दौरान या गर्मी की छुट्टियों में अधिकाश पौधे सूख जाते है और देखरेख का उचित प्रबंध न होने के कारण आवारा जीव जंतु पौधों को नष्ट कर जाते है।
---
स्कूल हित में इको क्लब अहम भूमिका निभाता है। स्कूल प्रागण को साफ सुथरा एवं हरा भरा बनाने में अहम योगदान होता है। पौधरोपण, प्रधानमंत्री पुरस्कार योजना में प्रमुख रोल अदा करता है। क्लब की समस्याओं के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।
-रामानंद यादव, उप जिला शिक्षा अधिकारी।
----
आज की प्रमुख समस्या पर्यावरण प्रदूषण की है। पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए पेड़ पौधे लगाने का काम इको क्लब का है। क्लब की समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
-राजेंद्र यादव, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी।