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एंकर..महज खानापूर्ति तक ही सिमटी मानसून पूर्व सफाई

By Edited By: Published: Mon, 21 Jul 2014 06:11 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jul 2014 06:11 PM (IST)
एंकर..महज खानापूर्ति तक ही सिमटी मानसून पूर्व सफाई

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : मानसून से पूर्व शहर में बारिश के पानी की निकासी को लेकर सरकारी अमले ने बैठकों के रूप में खूब सक्रियता दिखाई, लेकिन धरातल पर यह सक्रियता लगभग 'शून्य' है।

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जुलाई में हुई बारिश के दौरान शहर में जलभराव की स्थिति पहले जैसी ही बनी रही और आने वाले दिनों में यह समस्या और भी अधिक बढ़ सकती है।

बारिश के दौरान शहर में जलभराव की मुख्य वजह पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होना है। शहर में पानी निकासी के बने नाले और नालियों पर अवैध कब्जे के कारण वह अभी भी गंदगी से अटे पड़े है। जिसके चलते समस्या अभी भी जस की तस है। हालाकि प्रशासन की तरफ से इन समस्याओं को लेकर न केवल अधिकारियों की बैठक आयोजित करके आवश्यक दिशा-निर्देश दिए अपितु बाढ़ नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है। जहा पर अधिक जलभराव की शिकायत मिलने पर तुरत उसका समाधान किया जा सके। जुलाई के शुरूआती दिनों में नगर परिषद प्रशासन ने शहर में नालों की सफाई का अभियान भी शुरू किया था लेकिन यह भी मंजिल पर नहीं पहुच पाया और अधिकाश नालों की सफाई तक नहीं हो पाई। शहर के माडल टाउन, बस स्टैड, सेक्टर तीन सहित अन्य स्थानों पर जलभराव की बड़ी वजह से सेक्टर तीन से गुजर रहे नाले की सफाई नहीं होना है। जनस्वास्थ्य विभाग ने पिछले दिनों इसकी भी सफाई का कार्य शुरू किया था लेकिन यह बीच में ही बंद हो गया और यह नाला अभी भी गंदगी से अटा हुआ है और अधिक जलभराव की स्थिति में इसी नाले में पंप सेट लगाकर पानी छोड़ा जाता है। लेकिन पूर्ण रूप से सफाई नहीं होने के कारण उन लोगों के लिए यह मुसीबत बन गया जहा पर खुला हुआ है। बारिश के दिनों में नाले का पानी ओवरफ्लो होकर घरों के अंदर तक पहुच जाता है।

नप भी नहीं दिखा पाई गंभीरता

नगर परिषद प्रशासन ने जुलाई में जेसीबी से शहर के कुछ स्थानों पर अतिक्रमण हटाकर नालों की सफाई कराई थी और अन्य स्थानों पर सफाई कर्मचारी भी लगाए थे। नप ने यह कार्य पूर्ण करने की बजाय बीच में ही बंद कर दिया। जिससे समस्या घटने की बजाय बढ़ गई है। आटो मार्केट के व्यापारियों की तरफ से सफाई में भेदभाव लगाने के बाद इसे आगे बढ़ाने की बजाय नप ने सफाई कार्य ही रोक दिया है। इसके अलावा मजदूरों से कराई जा रही सफाई के कार्य में भी खानापूर्ति अधिक है जबकि बेहतर ढग से सफाई नहीं कराई गई है। बस स्टैड से धारूहेड़ा चुंगी तक के नालों की हालत पहले जैसी ही बनी हुई है।

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'कुछ कारणों से सफाई का कार्य बंद हो गया था। अब पुन: जेसीबी व मजदूरों की मदद से यह कार्य शुरू किया जाएगा। सफाई कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होगी।'

कृष्ण कुमार यादव, सचिव

नगर परिषद रेवाड़ी।


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