वाटर पाइप लाइन पर सिंचाई व जनस्वास्थ्य विभाग में टकराव
संवाद सहयोगी, बावल: क्षेत्र के गाव खेड़ा मुरार से हरचंदपुर के बीच बिछाई जा रही पेयजल लाइन को लेकर सिंचाई व जनस्वास्थ्य विभाग आमने-सामने आ गए हैं। एक बार काम रोकवाने के आदेश के बाद भी जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू रखने पर सिचाई विभाग ने मंगलवार को पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है। सिंचाई विभाग का कहना है कि जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा नहर के साथ-साथ पेयजल लाइन बिछाने के लिए अनुमति नहीं ली गई।
जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से गाव खेड़ा मुरार से हरचंदपुर के बीच पेयजल लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। स्थानीय कृषि अनुसंधान केंद्र के निकट नहर के साथ-साथ जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से पाइपें दबाई जा रही थी। नहर के साथ-साथ पाइप लाइन बिछाने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा सिंचाई विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई। बिना अनुमति पाइप लाइन बिछाने पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा लगभग दस दिन पूर्व काम रोक दिया गया था। सिंचाई विभाग द्वारा कार्य रोकने केबाद भी जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा अनुमति लेने की बजाय जबरदस्ती पाइप लाइन बिछाने का कार्य जारी रखा। रविवार को जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थानीय कृषि अनुसंधान केंद्र के निकट खुदाई का कार्य कराया गया था, जिस कारण टेलीफोन लाइनें भी कट गई थी। मंगलवार को एक बार फिर से सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर कार्य रुकवा दिया। जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा जबरदस्ती लाइन बिछाने पर मंगलवार को सिंचाई विभाग द्वारा बावल थाना पुलिस को शिकायत दी गई है।
'जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा बिना अनुमति के सिंचाई विभाग की जमीन में पाइप लाइन बिछाई जा रही है। इस कार्य को कई बार रोका जा चुका है, परतु विभाग द्वारा जबरदस्ती की जा रही है, जिसके बाद बावल थाना पुलिस को शिकायत दी गई है।'
एसके यादव, कार्यकारी अभियंता
सिंचाई विभाग, डिविजन-2।