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एंकर..नए कैंपस में खटकेंगे पुराने कोर्स

By Edited By: Published: Tue, 22 Apr 2014 05:26 PM (IST)Updated: Tue, 22 Apr 2014 05:26 PM (IST)
एंकर..नए कैंपस में खटकेंगे पुराने कोर्स

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: बोर्ड की परीक्षा देने के बाद से ही छात्र स्कूल बाउंड्री से निकलकर कॉलेज कैंपस में कुलांचे भरने का सपना संजोने लगते हैं। जिन छात्रों को अपनी काबिलियत पर यकीन होता है, वे नयापन में अधिक रूचि दिखाते हैं। रिजल्ट से पहले ही ऐसे छात्र अच्छे कॉलेज, नए और वर्सेटाइल कोर्स तथा अच्छी फैकेल्टी की पड़ताल शुरू कर देते हैं। इन दिनों हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 12वीं बोर्ड परीक्षा दे चुके अधिकतर छात्र इसी तरह की पड़ताल में लगे हैं, लेकिन लगता है कि उनकी मुराद पूरी नहीं होगी। उन्हे पुराने संकायों, कामचलाऊ फैकेल्टी, पुराने पाठ्यक्रमों में से ही अच्छा विकल्प चुनना होगा।

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प्रदशे शिक्षा बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड का मूल्यांकन कार्य अंतिम चरण में है। एक महीने में रिजल्ट भी जारी हो जाने की संभावना है, लेकिन नए सत्र में किसी भी कॉलेज में नया कोर्स लाने की योजना नहीं है। एक दो कॉलेजों में कुछ नई यूनिट और पीजी के नए विषय शुरू कराने की कार्ययोजना जरूर तैयार की जा रही है। लेकिन इसका भी पता मई के द्वितीय सप्ताह के बाद ही पता चल पाएगा।

केएलपी कालेज में कुछ नया नहीं

इस कॉलेज में भी इस बार नया कोर्स शुरू करने की योजना नहीं है। विभिन्न संकायों के प्रथम वर्ष में हर साल एक हजार से 12 सौ तक विद्यार्थी दाखिला लेते है। इस बार कॉलेज के एक भवन को तोड़कर नया बनाया जा रहा है, जो कि नए सत्र में भी पूरा नहीं हो पाएगा। इसलिए पुराने विषयों में ही विद्यार्थियों को दाखिला लेना पड़ेगा।

-डॉ. पीके बंसल, प्राचार्य

केएलपी पीजी कॉलेज, रेवाड़ी।

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पुराने विषयों में ही रहेगा जोर

इस बार कोई नया कोर्स या संकाय शुरू नहीं होगा। स्नातकोत्तर में भूगोल विषय शुरू कराने की योजना है। अभी केवल एमकाम ही पढ़ाया जा रहा है। विद्यार्थियों के रुझान के अनुसार कामर्स को बढ़ावा देने पर जोर रहेगा।

-डॉ. ओएस यादव, प्राचार्य

अहीर पीजी कालेज, रामपुरा रोड, रेवाड़ी।

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बीएससी नान मेडिकल के लिए लिखेंगे

कॉलेज में छात्राओं के लिए इस बार बीएससी नान मेडिकल शुरू कराने की योजना है। इसके अलावा बीकाम में एक यूनिट और बढ़ाने के लिए लिखा जाएगा। इन विषयों में विद्यार्थियों का रुझान बढ़ रहा है। बीए में होम साइंस, मनोविज्ञान, फिजिकल एजूकेशन, संगीत आदि विषय अन्य कॉलेजों में नहीं है।

-डॉ. सुधा शर्मा, प्राचार्या

आरडीएस ग‌र्ल्स कॉलेज, रेवाड़ी।

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विचार विमर्श के बाद भेजेंगे प्रस्ताव

अभी कॉलेजों में नया सत्र आरभ होने में समय है। मई माह के अंतिम सप्ताह में उच्च विभाग के अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक में नए विषयों को शुरू कराने के लिए प्रस्ताव मागे जाते है। कॉलेज के सभी टीचिंग स्टाफ से विचार विमर्श कर छात्राओं के रुझान के अनुसार जरूरत पड़ी तो नए विषय शुरू कराने के लिए उच्च विभाग को लिखा जाएगा।

-डॉ. कमलेश कुमार, प्राचार्य

राजकीय महिला महाविद्यालय, ढालियावास।


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