Move to Jagran APP

उद्घाटन समारोह में किसान बोले, मंत्री जी गन्ने का पेमेंट है बकाया

जागरण संवाददाता, पानीपत : शून्य तरल डिस्चार्ज प्लांट के उद्घाटन समारोह में शुक्रवार को सहक

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Jun 2017 03:01 AM (IST)Updated: Sun, 25 Jun 2017 03:01 AM (IST)
उद्घाटन समारोह में किसान बोले, मंत्री जी गन्ने का पेमेंट है बकाया
उद्घाटन समारोह में किसान बोले, मंत्री जी गन्ने का पेमेंट है बकाया

जागरण संवाददाता, पानीपत : शून्य तरल डिस्चार्ज प्लांट के उद्घाटन समारोह में शुक्रवार को सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने सरकार के तारीफ के पुलिंदे बांधे। गन्ना भुगतान शत प्रतिशत करने का दावा करते हुए कहा कि किसी किसान का पेमेंट बकाया है तो बताओ। तभी, चार-पांच किसान मंत्री के पास दौड़ कर चले गए। बोले कि उनकी पेमेंट अब तक नहीं चुकाई गई। मंत्री ने शुगर मिल के निदेशक की तरफ देखा। पूछा, बताओ आप बकाया क्यों है। जवाब मिला ये निजी मिल में गन्ना ले गए थे। मंत्री ने अपनी बात संभाली और कहा मैं तो को-ऑपरेटिव मिल की बात कर रहा हूं।

loksabha election banner

समारोह में किसानों व शुगर मिल के स्टाफ को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि आठ-नौ माह पहले उन्होंने सहकारिता मंत्री का पद संभाला है। भाजपा सरकार आने से पहले शुगर मिलों पर 2200 करोड़ रुपये बकाया था। दिवालियापन से निकल, अब मिलों की व्यवस्था दुरुस्त करने में लगे हैं। दो वर्ष पहले पानीपत के शुगर मिल को डाहर में शिफ्ट करने के लिए पत्थर लगाया गया। वर्ष 2018 तक वहां शिफ्ट कर बटन दबा देंगे। फंडिंग की व्यवस्था करने में लगे हैं। अगस्त 2017 के बाद शुगर मिल शिफ्ट करने की कार्रवाई नए सिरे से शुरू करेंगे। ढाई वर्ष के शासनकाल में सरकार ने कई बड़े-बड़े गड्ढे भरे। किसानों की एक ईच जमीन अधिग्रहित नहीं की। कांग्रेस के शासनकाल में राबर्ट वाड्रा ने कई एकड़ भूमि औने पौने दाम में एक्वायर कर ली।

क्वालिटी पर ध्यान नहीं दिया : मंत्री ने कहा पिछली सरकारों ने शुगर मिलों की पिराई क्षमता बढ़ाए बिना ही गन्ने की अधिक बुआई करवा दी। जिससे प्रदेश में 20 प्रतिशत से अधिक गन्ना पैदा होने लगा। 1956 में जब पानीपत शुगर मिल लगी, तब इसकी चीनी और असवनी पूरे हरियाणा में नाम से बिकती थी। 61 वर्षो में मिलों के उत्पादन की क्वालिटी पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

पर्ची यहां से मिली, पैसा नहीं मिला : समारोह में पूठर से आए वीरेंद्र, सिवाह से जयकुंवार व मच्छरौली गांव से आए कृष्ण ने दैनिक जागरण को बताया कि नैनगढ़ व भादसो मिल में गन्ना डालने के लिए पानीपत शुगर मिल से पर्ची दी गई थी। लगभग 100 किसानों ने वहां गन्ना डाला। पेमेंट बकाया रह गया। वीरेंद्र ने बताया कि नैनगढ़ में 4 लाख व भादसो में 1.5 लाख रुपये उनका बकाया है। अधिकारी से लेकर मंत्री तक सब अब पल्ला झाड़ रहे हैं।

फीता काट कर प्लांट का उद्घाटन : द पानीपत सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड में डिस्टिलरी यूनिट में शून्य तरल डिस्चार्ज प्लांट (आसवनी ईकाई) का दोपहर 2:45 बजे सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने फीता काट कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर एमडी वीर सिंह, सीटीएम संदीप अग्रवाल, निगम आयुक्त शिव प्रसाद, प्रबंधक डॉ. आरके सरोहा, एआरटीएस चट्ठा, आरओ भूपेंद्र चहल, विधायक रोहिता रेवड़ी, महीपाल ढांडा, मेघराज गुप्ता, गजेंद्र सलूजा, रविंद्र भाटिया, दुष्यंत भट्ट, मनोज शर्मा, देव मलिक, रोशनलाल छोक्कर, सरबजीत व ईश राणा सहित शुगर मिल सभी स्टाफ मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.