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तेईस दिन बाद खोला शराब ठेका, महिलाओं ने जमाया कब्जा, बोतलें तोड़ी

जागरण संवाददाता, पानीपत : विजय नगर में रविवार को शराब का ठेका खुलने पर महिलाएं रोष प्रदर्श

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Apr 2017 02:40 AM (IST)Updated: Mon, 24 Apr 2017 02:40 AM (IST)
तेईस दिन बाद खोला शराब ठेका, महिलाओं ने जमाया कब्जा, बोतलें तोड़ी
तेईस दिन बाद खोला शराब ठेका, महिलाओं ने जमाया कब्जा, बोतलें तोड़ी

जागरण संवाददाता, पानीपत : विजय नगर में रविवार को शराब का ठेका खुलने पर महिलाएं रोष प्रदर्शन करने लगी। ठेके पर तीन घंटे तक कब्जा जमा लिया। आक्रोश में चार-पांच बोतलें भी तोड़ डाली। महिला पुलिस कर्मियों ने साढ़े तीन घंटे के बाद बमुश्किल ठेका खाली करवाया। महिलाओं ने कहा कि किसी कीमत पर यहां ठेका नहीं चलने देंगी।

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नई आबकारी नीति में 14 जोन में ठेके खोलना सरकार के लिए परेशानी का सबब बन गया है। पानीपत में 11 जोन में 66 ठेके खुले हैं। वार्ड नंबर 5 में ठेकेदार योगेश को शराब का ठेका आवंटित किया गया। एक अप्रैल के बाद जब ठेका खोलना चाहा तो विरोध होने लगा। चार दुकान और आगे जाकर दूसरी बार प्रयास किया। विरोध होने पर फिर बंद कर दिया। तेईस दिन बाद नए दुकान में दोपहर 12.30 बजे जब ठेका खोला। तीन घंटे बाद लगभग एक दर्जन महिलाएं विरोध करने पहुंची। हालात बिगड़ने पर सिटी पुलिस को सूचित किया गया। एसएचओ सुरेश कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचे।

पार्षद पर एक तरफा बात करने का आरोप

ठेके के पास शाम 5 बजे जब शोर शराबा ज्यादा होने लगा तो ठेका संचालक योगेश भी पुलिसकर्मियों के समक्ष अपना पक्ष रखने लगें। वार्ड नंबर 5 के पार्षद जयकुंवार पर आरोप लगाते हुए दोनों पक्षों को देखने की बात कही। आबकारी विभाग के इस जोन में छह ठेके दे रखे हैं। इसमें एक उनका ठेका भी शामिल है। समाधान के लिए उपायुक्त के पास चलने को तैयार हैं। जयकुंवार से कहा कि पूरे वार्ड के साथ हैं तो उनका (ठेका मालिक का) दर्द भी अनुभव करें। पैसे देकर ठेका आवंटित करवाए हैं। इंसाफ होना चाहिए।

10.60 करोड़ में छूटा था ठेका

ठेका संचालक का कहना है कि इस जोन का ठेका 10.60 करोड़ में छूटा है। छह ठेके हैं। 23 दिन से फीस भर रहे हैं। रोजाना एक से डेढ़ लाख रुपये का नुकसान हो रहा है।

तोड़फोड़ नहीं करने देंगे

महिलाएं ठेके पर से हटने को तैयार नहीं थी। एसएचओ सुरेश कुमार सहित महिला पुलिसकर्मी रेखा ने काफी देर तक समझाया। महिलाएं कहने लगी कि चाहे डीसी साहब आ जाएं वे यहां से नहीं हटेंगी। जो बोतलें दुकान में रखी है उसे फोड़ेंगी। इस पर एसएचओ ने कहा कि किसी भी सूरत में अब तोड़ फोड़ नहीं करने देंगे। शाम 6.15 बजे महिलाओं से जबरन ठेका खाली करवाया। महिलाएं दुकान के बाहर बैठने लगीं। लेकिन महिला पुलिसकर्मियों ने समझा कर बाहर कर दिया।

ताई और सब इंस्पेक्टर रेखा में सवाल जवाब

एसआइ : ताई हम परेशान हो रहे हैं अब मान जा।

ताई : ठेके में शराब बिकेगी तो पुरुषों की जिंदगी खराब हो जाएगी।

प्रभारी कविता : पब्लिक परेशान हो रही है।

ताई : शराब ठेके को उठवा दो।

कविता : ऐसे थोड़े उठ जाएगा। ये सरकार को पैसे दे रखे हैं।

एसआइ : साइड में खड़े हो जाओ।

ताई : हम दुकान के बाहर बैठेंगे।

एसआइ : अब घर चली जा।

ताई : यूपी में मोदी और योगी ने ठेके बंद करवा दिए। हरियाणा में क्यों नहीं करवा रहे हो।

जाम जैसी रही स्थिति

ठेके खुलने पर शोर शराबा बढ़ता गया। शाम को ऑटो रिक्शा की आवाजाही अधिक होने से सड़क पर जाम की स्थिति बनने लगी। पुलिसकर्मियों ने रास्ता खुलवाया।

तीन साल तक चलती रही अवैध दुकानें

ठेका संचालक ने बताया कि इस रोड पर तीन साल तक एक मकान में अवैध शराब की दुकानें चलती रही। तब किसी ने विरोध नहीं किया। आबकारी विभाग से लाइसेंस मिलने पर अब विरोध करने लगे हैं।


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