Move to Jagran APP

मनाना के किसानों ने एसडीएम से मांगा पानी

जागरण संवाददाता, समालखा रजवाहे में पानी नहीं छोड़ने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पावटी औ

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Jul 2017 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jul 2017 03:00 AM (IST)
मनाना के किसानों ने एसडीएम से मांगा पानी
मनाना के किसानों ने एसडीएम से मांगा पानी

जागरण संवाददाता, समालखा

loksabha election banner

रजवाहे में पानी नहीं छोड़ने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पावटी और पंट्टीकल्याणा के बाद मनाना के किसानों ने मंगलवार को एसडीएम गौरव कुमार से मिलकर अपने रजवाहे में पानी छुड़वाने की फरियाद की है। किसानों का कहना है कि रजवाहे में पानी नहीं होने से धान की फसल खराब हो रही है। जमींदार से पंट्टे पर ली गई जमीन में रोपाई नहीं हो सकी है। यदि रजवाहे में पानी नहीं छोड़ा गया तो वे कर्ज के तले दब जाएंगे। एसडीएम गौरव कुमार ने किसानों को विभाग के चीफ इंजीनियरसे बात कर पानी खुलवाने का भरोसा दिया है।

किसान भीम सिंह, प्रेम सिंह, महेंद्र सिंह, ओमप्रकाश, ईश्वर सिंह, कर्मवीर आदि ने कहा कि नारायणा में दिल्ली पैरलल नहर पर बेलदार के साथ हुई मारपीट से उनका कोई लेनादेना नहीं है। उक्त मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद सारे आरोपी पकड़े जा चुके हैं, लेकिन अभीतक रजवाहे में पानी नहीं छोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि बेलदार के साथ मारपीट करने वाले किसान नहीं हैं। फिर भी किसानों को इसका खामियाजा भुगतान पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उक्त रजवाहे से मनाना, पावटी, करहंस, हल्दाना, पंट्टीकल्याणा सहित करीब एक दर्जन गांव की हजार एकड़ जमीन की सिंचाई होती है। कमजोर किसानों के लिए रजवाहा ही जीने का सहारा है। वे नलकूप के अभाव में इसी से फसल की सिंचाई करते हैं। फिर भी नहरी विभाग के अधिकारी अपनी मनमर्जी चला रहे हैं। बेलदारों के मंत्री का रिश्तेदार होने का नाजायज फायदा उठाया जा रहा है।

नहरी विभाग के उच्चाधिकारी के आदेश पड़ रहा भारी: नहरी विभाग के एक अधिकारी ने उपमंडल अधिकारी को बताया कि उच्चाधिकारी के आदेश से रजवाहे की पानी सप्लाई बंद की गई है। बेलदार के साथ मारपीट होने के बाद यह कार्रवाई की गई थी। बेलदार मारपीट के आरोपियों के पकड़ जाने के बाद उच्चाधिकारी से रजवाहा में पानी छोड़ने का आग्रह किया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.