पुलिस पर थर्ड डिग्री देने का लगाया आरोप
जागरण संवाददाता, पानीपत : पुलिस चौकी में शिकायत लेकर पहुंचे पीड़ित की ही पुलिस ने इतनी ध्
जागरण संवाददाता, पानीपत :
पुलिस चौकी में शिकायत लेकर पहुंचे पीड़ित की ही पुलिस ने इतनी धुनाई कर दी कि उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ गया। सेवा, सुरक्षा और सहयोग का नारा देने वाली पुलिस ने उसे इतना पीटा कि पैर की हड्डी में फ्रेक्चर हो गया। यह आरोप लगाते हुए हवलदार की शिकायत लेकर पीड़ित दो बार एसपी कार्यालय गया। रीडर ने उसे फिर से चौकी में भेज दिया। पीड़ित एक सप्ताह से सिविल अस्पताल में दाखिल है। पुलिस ने उसके बयान दर्ज नहीं किए। पुलिस ने मारपीट का आरोप झूठा बता रही है।
उत्तर प्रदेश के शामली जिले के गागोर गांव का रवींद्र यहां विकासनगर में किराये पर पत्नी और बच्चों के साथ रहता है। वह पलंबर का काम करता है। उसकी पत्नी आजादनगर रेलवे फाटक के पास अंडे की रेहड़ी लगाती है। मकान में और भी किरायेदार हैं। रवींद्र ने बताया कि एक सप्ताह पहले कुछ किरायेदारों से उसका झगड़ा हो गया। किरायेदारों ने उसके साथ मारपीट की। उसने आरोपियों के खिलाफ किशनपुरा चौकी में शिकायत दे दी। अगले दिन पुलिस ने उसे चौकी में बुलाया। वह और उसकी पत्नी चौकी में गए। पुलिसकर्मियों ने उसकी पत्नी को चौकी के बाहर खड़ा कर दिया। उसे एक कमरे में ले गए। हवलदार संदीप और उसके साथी ने थर्ड डिग्री दी। फर्श पर लेटा दिया। एक पुलिसकर्मी ने उसके दोनों पैर पकड़ लिए। दूसरे ने तलवों पर ताबड़तोड़ डंडे मारे। उसके पैर की हड्डी टूट गई। इसके बाद समझौता लिख कर उसके साइन करवा लिए। पुलिसकर्मी भी आरोपियों से मिले हुए हैं। उससे चला नहीं जा रहा था। उसकी पत्नी ने पति को सिविल अस्पताल में दाखिल कराया।
जिसने थर्ड डिग्री दी, उसके पास भेजा
पीड़ित ने बताया कि 16 मार्च से सिविल अस्पताल में दाखिल है। एसपी से मिलने वह और उसकी पत्नी दो बार लघु सचिवालय गए। एसपी अपने कार्यालय में नहीं थे। वे एसपी के रीडर से मिले। रीडर ने उनको वापस किशनपुरा चौकी भेज दिया, लेकिन वह चौकी नहीं गया। क्योंकि चौकी पुलिस आरोपियों से मिली हुई है। दोबारा चौकी गया तो पुलिस फिर मारपीट करती। इसी डर से चौकी जाना मुनासिब नहीं समझा।
हवलदार सिविल अस्पताल आया
उसने बताया कि दो-तीन दिन बाद हवलदार सिविल अस्पताल आया था। वह बयान देने के लिए कह रहा था लेकिन उसने बयान देने से इन्कार कर दिया। एसपी से मिलने के बाद बयान दर्ज करवाने की बात कही। हवलदार को बयान दे देता तो वह अपनी मर्जी से बयान लिख लेता। हवलदार समझौते के लिए सिविल अस्पताल गया था या वास्तव में बयान लेने के लिए, जांच के बाद इसका पता चल सकेगा।
टांग का प्लास्टर नहीं हुआ
पलंबर की पत्नी और दो बच्चे एक सप्ताह से सिविल अस्पताल में हैं। उसने बताया कि एक्सरे कराया था। डॉक्टर कह रहे हैं कि टांग का प्लास्टर होगा। डॉक्टर छुट्टी पर चल रहे हैं। डॉक्टर के आने के इंतजार में सिविल अस्पताल में भर्ती है। उसके आने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिलेगी।
झूठा आरोप लगा रहा है : राजेश किशनपुरा चौकी इंचार्ज राजेश कुमार ने बताया कि रवींद्र अपनी पत्नी से मारपीट कर रहा था। पड़ोसियों ने बीच बचाव किया। उसने लिख कर दे रखा है कि बीच बचाव करते हुए पड़ोसियों ने उसके साथ मारपीट की। उसकी पत्नी ने लिख कर दिया कि उसका पति उसके साथ मारपीट कर रहा था। पड़ोसियों ने बीच बचाव किया। पड़ोसियों का कोई कसूर नहीं है। उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ पहले भी शिकायत दे रखी है। पुलिस ने उसे सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने के आरोप में पकड़ा था। कुछ माह पहले आजाद नगर फाटक पर रेहड़ी वाले से मारपीट की थी। उसमें समझौता कर लिया था। उसके द्वारा हवलदार संदीप पर लगाए आरोप झूठे हैं।