चोरी की गाड़ी बेचने का आरोपी विशाल पांच दिन के रिमांड पर
फालोअप. -रवींद्र को जेल भेजा, तीन चोरी की गाड़ी बरामद -कंडम व दुर्घटनाग्रस्त गाड़ियों की नं
फालोअप.
-रवींद्र को जेल भेजा, तीन चोरी की गाड़ी बरामद
-कंडम व दुर्घटनाग्रस्त गाड़ियों की नंबर प्लेट चोरी की गाड़ियों पर लगाकर बेचने का मामला
-बुधवार रात को सीआइए-3 में हाई कोर्ट के वारंट अधिकारी की पड़ चुकी है रेड
जागरण संवाददाता, पानीपत: दिल्ली से चोरी की गई गाड़ियों पर कंडम व दुर्घटनाग्रस्त गाड़ियों की नंबर प्लेट लगाकर बेचने के आरोपी करनाल की पारसनाथ सिटी के विशाल और चोरी की गाड़ी खरीदने के आरोपी बबैल के रवींद्र को पुलिस ने अदालत में पेश किया। जहां से विशाल को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। वहीं रवींद्र को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले पुलिस ने रिमांड के दौरान रवींद्र से दिल्ली से चोरी की गई तीन गाड़ी बरामद की। सीआइए-3 प्रभारी छबील सिंह ने बताया कि विशाल के एक साथी की और तलाश की जा रही है।
सीआइए-3 ने दावा किया था कि बबैल के रवींद्र ने पूछताछ में बताया था कि उसने चोरी की तीन गाड़ी करनाल के विशाल से खरीदी हैं। विशाल कंडम व दुर्घटनाग्रस्त गाड़ियों की नंबर प्लेट चोरी की गाड़ियों पर लगाकर बेचता है। इसके बाद ही बुधवार रात को विशाल को शिव चौक से फॉच्यूर्नर गाड़ी सहित गिरफ्तार किया था। यह गाड़ी 2015 में दिल्ली के पश्चिम बिहार से चोरी की गई थी। वहीं बुधवार रात हाईकोर्ट के वारंट अधिकारी विजय गुप्ता के साथ सीआइए-3 में रेड कर दी। यहां पर उन्होंने लाकअप में बंद विशाल को पाया। रोचनामचा में विशाल की गिरफ्तारी न होना बताया था। विशाल के पिता ने जयकुंवार ने आरोप लगाया था कि सीआइए-3 प्रभारी छबील सिंह उसके बेटे को अवैध तरीके से हिरासत में रखे हुए हैं। छबील सिंह ने उनसे 50 हजार रुपये की रिश्वत भी ली है।
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हाईकोर्ट के वारंट आफिसर विजय गुप्ता ने सीआइए-3 में करनाल के विशाल को अवैध तरीके से बंदी बनाए जाने की रिपोर्ट नहीं दी है। अगर ऐसा है तो मामले की जांच की जाएगी।
राहुल शर्मा, एसपी