आरक्षण नहीं मिला तो संसद को घेरेंगे: चौधरी
जागरण संवाददाता, पानीपत: अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की दिल्ली प्रदेश की महासचिव निशा च
जागरण संवाददाता, पानीपत: अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की दिल्ली प्रदेश की महासचिव निशा चौधरी ने कहा कि सरकार, राजनेता और कुछ जाट समुदाय के लोग आरक्षण आंदोलन को विफल करने के लिए फूट डालने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों के डीएनए में भी कमी हो सकती है। जो समाज का नहीं हुआ, वो किसी का नहीं है। सरकार का रुख अभी तक सकारात्मक है। अगर उनकी मांगें नहीं मानी तो वे दिल्ली में संसद का घेराव भी कर सकते हैं।
चौधरी रविवार को राजाखेड़ी गांव में पानीपत ग्रामीण हलका के अखिल भारतीय जाट संघर्ष समिति के सम्मेलन में संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि जाट समुदाय के जिन युवाओं ने आरक्षण की मांग को लेकर जान गवां दी है, उसे जाया नहीं जाने दिया जाएगा। पूरा समाज एकजुट होकर संघर्ष करेगा। समिति के राष्ट्रीय महासचिव सुरेश माछरौली ने कहा कि उनकी प्रदेश व केंद्र में आरक्षण दिए जाने, आंदोलन में प्राण देने वाले युवकों के परिजनों को नौकरी, मुआवजा, आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमे रद, जेल में बंद युवाओं की रिहाई और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग है। इनमें से 1400 मुकदमे रद हो चुके हैं। 500 से ज्यादा मुकदमों की समीक्षा की जा रही है। 120 युवक जेल से छोड़े जा चुके हैं। जेल में ज्यादातर वे युवक बंद हैं जिन पर वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु की कोठी को जला देने का आरोप है। इन्हें भी छुड़ाने का प्रयास किया जा रहा है। समिति के प्रदेश प्रवक्ता रामभगत मलिक ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने एक रुपये की हेराफेरी नहीं की है। राष्ट्रीय सचिव प्रताप दहिया ने कहा कि जाट सेवा संघ का गठन कर इसमें युवाओं को जोड़ा जाएगा। 30 जुलाई को इसराना मंडी में सम्मेलन होगा। इस दौरान प्रदेश महासचिव सुरेंद्र मलिक, सुरेश आर्य, जिला प्रधान मामन बेनीवाल, जगदीप घणघस एडवोकेट और नवाब अली ने संबोधित किया।
ये रहे मौजूद : इस मौके पर हरियाणवी हास्य कलाकर दरियाव सिंह मलिक, मास्टर हरपाल मलिक, रघुवीर मलिक राजाखेड़ी, कृष्ण भौक्कर, दिलबाग, रणधीर नैन, हवा सिंह, बलजीत संधू, दयानंद बिंझौल, विक्की मिटान, रामकुमार मलिक, राजकुमार मलिक, दिल्ली से यशवंत और काफी महिलाएं मौजूद रहीं।