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बच्‍चे की मौत पर सोशल मीडिया पर सवाल, क्‍यों चुप हैं नेता, क्‍यों कर रहे रैली

बस के टायर से पांच वर्षीय बच्चे की मौत का मामला। नेताओं की रैली और कथित समाजसेवी संस्‍थाओं द्वारा चुप रहने पर उठ रहे सवाल। सर्व संगठन सेवा संस्‍थान के ग्रुप पर छिड़ी बहस।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 02:31 PM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 02:32 PM (IST)
बच्‍चे की मौत पर सोशल मीडिया पर सवाल, क्‍यों चुप हैं नेता, क्‍यों कर रहे रैली
बच्‍चे की मौत पर सोशल मीडिया पर सवाल, क्‍यों चुप हैं नेता, क्‍यों कर रहे रैली

पानीपत, जेएनएन। बस के अंदर का फर्श टूटा होने और वहीं से गिरकर पांच वर्ष के मासूम कार्तिक की मौत होने पर शहर के लोग हत्‍यारी व्‍यवस्‍था के प्रति कड़ा विरोध दर्ज करा रहे हैं। सोशल मीडिया पर सवाल पूछे जा रहे हैं। सर्व संगठन सेवा संस्‍था के वाट्सएप ग्रुप पर एडवोकेट मेहुल जैन ने लिखा कि एक मासूम बच्‍चे की मौत हो गई और शहर के शीर्ष नेता शक्ति प्रदर्शन कर रैली निकाल रहे हैं। होली महोत्‍सव कर रहे हैं। यह कहां तक जायज है। इन नेताओं के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। यह लोग हमारा वोट लेकर हमारी भावनाओं के साथ खेलकर हमारे शहर के लिए नहीं सोच सकते। क्‍या आज के सभी कार्यक्रम स्‍थगित नहीं होने चाहिए। तथाकथित समाजसेवी कहां लुप्‍त हो गए, जो हर बात पर राहगीरी को न करने की सलाह देते थे।

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बात आगे बढ़ी तो संदीप ने लिखा, जो लोग राहगीरी को टारगेट करते थे, वो सो रहे हैं। एक ने लिखा, ये नेता बच्‍चे के पक्ष में नहीं आएंगे और न ही कोई स्‍कूल कमेटी के खिलाफ बयान देंगे। क्‍योंकि यही उनका वोट बैंक है। हिमांशु ने मेहुल जैन के सवाल पर लिखा कि ये कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं था। यह आर्य कॉलेज के एनएसएस के बच्‍चों का प्रोग्राम था। सफाई जागरूकता रैली थी। इस पर मेहुल ने कहा, पानीपत में कोई कार्यक्रम नहीं होना चाहिए था। कम से कम उस परिवार के साथ खड़े होते। आप लोग ये रैली सोमवार को भी कर सकते थे।

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एक नेता के स्‍माइल स्‍टीकर पर बहस
एक नेता ने इस बहस के बीच में स्‍माइल स्‍टीकर भेज दिया। इस पर रिकी ने लिखा, बेशर्म लोग हंसते हुए। ये भी नहीं देखते कि मसला क्‍या है। इस पर नेताजी ने कहा, बेशर्म तू है, जो हमारे बीच आ रहा है। जवाब में रिकी ने कहा, राजनीति न करें। पानीपत को पता है कि कौन क्‍या है।

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कुलवंत ने कहा, तब क्‍यों नहीं रद की राहगीरी
इस बहस के बीच में कुलवंत सिंह ने कहा, ग्रुप बड़ा अच्छा सुझाव दे रहा है ,पर जब घरौंडा में पानीपत के तीन बच्चों की मौत हो गई थी, तब राहगीरी क्‍यों नहीं रद की गई। 24 तारीख को होने वाली राहगीरी के बारे में भी कोई सोचेगा। वहीं, विकास ने लिखा, यह बहुत दुखदायी हादसा है। हम सभी पीडि़त परिवार के साथ हैं।


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