हरियाणा में पूरी तरह नहीं थमी है हिंसा की आग
हरियाणा में आरक्षण आंदोलन की आग धीरे-धीरे मंद पड़ने लगी है। सरकार द्वारा आरक्षण देने की मांग मान लेने के बाद प्रदेश तेजी से शांतिपथ पर है। कुछ शहरों को छोड़कर ज्यादातर जगह स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। ज्यादातर जगहों पर जाम हटा लिया गया है।
पानीपत : हरियाणा में आरक्षण आंदोलन की आग धीरे-धीरे मंद पड़ने लगी है। सरकार द्वारा आरक्षण देने की मांग मान लेने के बाद प्रदेश तेजी से शांतिपथ पर है। कुछ शहरों को छोड़कर ज्यादातर जगह स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। ज्यादातर जगहों पर जाम हटा लिया गया है। सोनीपत में मूनक नहर से दिल्ली के लिए पानी की आपूर्ति बहाल हो गई तो जीटी रोड भी खाली करा लिया गया। हालांकि इस दौरान सेना को गोली चलानी पड़ी जिसमें तीन लोगों के मारे जाने की सूचना है।
भिवानी, सिरसा, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, अंबाला, करनाल और पानीपत में शांति रही। झज्जर को सेना ने चारों तरफ से घेरे रखा। रोहतक व हिसार में कुछ स्थानों पर स्थिति तनावपूर्ण रही। दंगाइयों ने कुछ जगह तोड़फोड़ की। भीषण हिंसा की चपेट में रहा जींद भी शांत रहा। कैथल के लोगों को देर शाम कफ्र्यू व जाम से मुक्ति मिल गई।
सोनीपत जिले में जीडी रोड को छोड़कर बाकी जगह तनावपूर्ण शांति रही। सेना ने हाईवे पर चार स्थानों पर लगाए गए जाम को खुलवा दिया। लड़सौली के सामने जाम हटवाने पहुंची एसडीएम संगीता तितरवाल व डीएसपी सतीश के वाहन सहित चार गाडि़यों को आग के हवाले कर दिया गया।
सोमवार सुबह कुछ देर के लिए जाम खोले जाने के बाद फिर आंदोलनकारी जुट गए। वहां पर उन्होंने दर्जनभर वाहनों में आगजनी कर दी। पुलिस व आइआरबी की टीम ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह उनसे भिड़ गए। बाद में सेना भी पहुंच गई। इसी बीच कुछ युवकों ने एक पुलिस अधिकारी को घेरने का प्रयास किया तो सेना ने फाय¨रग के साथ कार्रवाई शुरू कर दी।
इसमें गन्नौर निवासी सन्नी व पांची जाटान के संदीप की मौत हो गई। एक अन्य की भी मौत हुई है, जिसकी पहचान का प्रयास किया जा रहा है। करीब नौ लोग घायल हुए हैं।
रोहतक शांत रहा, लेकिन महम उबल पड़ा। महम के मुख्य बाजार को खुलवाने के लिए पहुंची एसडीएम वीणा हुड्डा की कार को दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया। कुछ युवाओं ने उनके साथ हाथापाई शुरू कर दी। उसके बाद भीड़ गाड़ी पर टूट पड़ी और एसडीएम, सुरक्षाकर्मी और उनके चालक को गाड़ी से बाहर निकाल लिया और उनकी गाड़ी में आग लगा दी। हांसी क्षेत्र में जातीय हिंसा विस्फोटक रूप ले रही है। कई गांवों की भीड़ ने जग्गाबाड़ा पर हमला बोला।
सेना ने आंसू गैस के गोले छोड़े पर स्थिति नियंत्रण से बाहर है। सिसाय, सैनीपुरा व ढाणी पाल में भी कफ्र्यू लगा दिया गया है। आगजनी व तोड़फोड़ को लेकर पुलिस ने करीब 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। हिसार में दंगाइयों की सब्जीमंडी चौक व रेड स्कवायर मार्केट में सेना व पुलिस से भिड़ंत हुई। मय्यड़ में आंदोलनकारी फिर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गए और जाम कर दिया।
हिसार में रामायण रेलवे ट्रैक पर बैठे जाट नेताओं ने दिल्ली में सरकार के साथ हुए समझौते को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, सड़क मार्ग खोलेंगे लेकिन रेलवे ट्रैक पर धरना जारी रहेगा। उन्होंने मांग की है कि जिन युवा जाटों की मौत हुई है, उनके आश्रितों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा व सरकारी नौकरी दी जाए।