जब कोई सुबूत पेश नहीं कर सके मां-बाप तो बच्चियों को भेजा अनाथालय
लावारिस बच्चियों के लेने जब परिजन पहुंते तो उनसे आईडी कार्ड पेश करने के लिए कहा। लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके। जिसके चलते बच्चियों को अनाथालय भेज दिया गया।
जेएनएन, पानीपत। धर्मशाला के पास लावारिस मिली बच्चियां बाल अनाथालय भेज दी गईं। माता-पिता अपनी बच्चियों को लेने बाल कल्याण समिति के पास गए थे। इस दौरान समिति अध्यक्ष सुमन सूद ने परिजनों से बच्चियों की आइडी मांगी तो वे कागज नहीं दिखा सके। इसके बाद परिजनों को रोते-बिलखते वापस लौटना पड़ा।
दरअसल सोमवार देर रात रोड़ धर्मशाला के पास तीन बच्चियां मिली थीं। राहगीरों ने इस बारे में पुलिस को सूचित किया। पुलिस बच्चियों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पास लेकर गई। बच्चियों ने बताया कि सोमवार को वे निंबरी गांव में खेल रही थी। रिक्शा खिंचने वाला उनको पानीपत ले आया। वहीं परिजन भी बच्चियों को ढूंढते हुए पानीपत पहुंचे। संजय चौक पर किसी ने उनको बाल कल्याण समिति के पास जाने की सलाह दी।
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समिति अध्यक्ष ने परिजनों से बच्चियों के आइडी प्रूफ दिखाने के लिए कहा लेकिन उनके पास कोई ऐसा कागज नहीं था, जिससे पता चल सके कि बच्चियां उनकी हैं। जिसके चलते पुलिस ने मेडिकल कराने के बाद इन्हें अनाथालय भेज दिया।
बच्चियों का मेडिकल कराकर आश्रम में भेजा
बच्चियों ने अपने-पिता को पहचान लिया है। सिविल अस्पताल में बच्चियां अपने माता-पिता से मिलने के लिए रोती रहीं। डॉ. प्रीति ने पुलिस कर्मियों से बच्चियां उनके परिजनों को सौंपने का आग्रह किया, लेकिन पुलिसकर्मी अपनी ही दलीलें देते रहे। निंबरी गांव निवासी राजेश और उनकी पत्नी ने बताया कि वे दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। सोमवार को बच्चियां लापता हो गई थी। बड़ी बेटी का आधार कार्ड बनवा रखा है, जोकि घर में है। बाद में परिजन रोते-बिलखते वापस लौट गए। अब बुधवार को वे फिर से आएंगे।