चुप नहीं रहूंगी, अब मैं बोलूंगी : राधे मां
संजीव गुप्ता, पानीपत पहले मुझे हर कोई दबा देता था, मुझे आंखें दिखा देता था मगर अब मै
संजीव गुप्ता, पानीपत
पहले मुझे हर कोई दबा देता था, मुझे आंखें दिखा देता था मगर अब मैं चुप नहीं रहूंगी। मैं बोलूंगी और गलत बात का विरोध भी करूंगी।
यह कहना है चर्चित और विवादित राधे मां का। पानीपत में एक भक्त के यहां आई हुई राधे मां उर्फ सुखविंद्र कौर ने बुधवार देर रात जागरण से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि 'मैं नहीं जानती, सेक्स रैकेट क्या है। मेरे पास आज भी माता पिता भरोसे के साथ अपने बच्चों को भेजते हैं। उन्हें विश्वास होता है कि मेरे पास आकर वे सुधर जाएंगे।'
यह पूछने पर कि उनके खिलाफ मुंबई हाई कोर्ट में दाखिल सभी याचिकाएं आज खारिज कर दी गई। इस पर उनका कहना है, राधे मां भड़क गई। बोली, जब कोई मुझसे इस तरह की बात करता है तो मुझे गुस्सा आ जाता है। मेरा चेहरा देखिए, मेरी आंखों में देखिए, मैं कहां गलत नजर आती हूं? कौन हैं वो लोग जो मुझ पर आरोप लगा रहे हैं, मेरे बारे में गलत बातें कर रहे हैं। किसी के 10 बार काम आओ लेकिन एक बार नहीं आओ तो वो गलत बताने लगता है।
हरियाणा में जाट आरक्षण के नाम पर हुए विध्वंस पर उन्होंने कहा कि इस सबसे मुझे कोई सरोकार नहीं है। मैं तो सबको प्रेम और भक्ति का संदेश देती हूं। पानीपत के लोगों को भी प्रेम, भाई चारे और भक्ति के रंग में रंगने को कह रही हूं।
राधे मां ने यह भी कहा कि मैं साधु संतों का आदर करती हूं। यह पूछने पर कि अब तो साधु संत भी विवादों में आ रहे हैं? वह बोली, मुझे क्या। अतिथि देवा भव:। मेरे यहां कोई कोई साधु संत आता है तो मैं उसे मान देती हूं। मैं सिर्फ एक मां हूं और सभी को प्यार देती हूं।
शारदीय नवरात्रों की शुरूआत पर संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग व्रत रखते हैं, कुछ जौ बोते हैं। कुछ किन्हीं चीजों का पालन करते हैं और कुछ किन्हीं चीजों से परहेज करते हैं। जबकि मां तो प्रेम की भूखी होती हैं। भक्ति और प्रेम के साथ कोई भी उनका आशीर्वाद पा सकता है।