जेईई एडवांस परीक्षा में गणित-भौतिकी ने उलझाया
जागरण संवाददाता, पानीपत : आइआइटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) में प्रवेश के लिए जेईई (संय
जागरण संवाददाता, पानीपत :
आइआइटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) में प्रवेश के लिए जेईई (संयुक्त प्रवेश परीक्षा) एडवांस 2017 की परीक्षा रविवार को आर्य पीजी कॉलेज में हुई। दो सत्रों में कुल 267 परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया। सात परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। भौतिकी व गणित के सवालों ने परीक्षार्थियो ंको खूब उलझाया।
देश के सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी संस्थान में दाखिले के लिए अंतिम चरण की परीक्षा सुबह 9 बजे से आयोजित की गई। दो सत्रों में तीन-तीन घंटे की परीक्षा हुई। गणित, भौतिकी व रसायन से संबंधित वस्तुनिष्ठ व दीर्घ प्रश्न पूछे गए। गलत उत्तर के लिए निगेटिव मार्किंग रहने से विद्यार्थियों ने सोच समझ कर उत्तर दिया। प्रथम सत्र की परीक्षा दोपहर 12 बजे तक हुई। दूसरा सत्र अपराह्न 2 बजे से शाम 5 बजे तक हुआ। परीक्षार्थियों के लिए चार डेस्क बनाई गई। प्रत्येक डेस्क पर बॉयोमेट्रिक सिस्टम के जरिए परीक्षार्थियों के फिंगर प्रिंटआधार कार्ड से मिलान किए गए। आधार कार्ड संलग्न नहीं करने वाले परीक्षार्थियों को पहचान के दूसरे कागजात के जरिए एंट्री दी गई। इंट्री के समय प्रवेश पत्र के अलावा कोई सामग्री नहीं ले जाने दी गई। गणित व भौतिकी के कठिन सवालों को हल नहीं करने की मायूसी परीक्षार्थियों के चेहरे पर दिखी। परीक्षा का परिणाम 11 जून को आएगा। कॉलेज के उप प्राचार्य राकेश मोहन ने बताया कि उत्तीर्ण होने वाले परीक्षार्थियों को वरीयता के आधार पर विभिन्न आइआइटी संस्थानों में प्रवेश का अवसर मिलेगा।
इन आइआइटी संस्थानों में मिलेगा प्रवेश
हैदराबाद, पल्लकाड़, तिरुपति, मद्रास, मुंबई, गाधीनगर, गोवा, धारवाड़, दिल्ली, जोधपुर, जम्मू, गुवाहाटी, पटना, कानपुर, इंदौर, बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी, भिलाई, खड़गपुर, भुवनेश्वर, रुड़की, मंडी, रोपड़ और धनबाद शामिल हैं।
दो लाख से ज्यादा ने दी परीक्षा :
सीबीएसई की ओर से पेन-पेपर बेस्ड जेईई मेन एग्जाम बीते 2 अप्रैल को तथा कंप्यूटर बेस्ड जेईई मेन एग्जाम 8 व 9 अप्रैल को आयोजित किया गया। करीब 10 लाख परीक्षार्थियों ने एग्जाम दिया। इनमें से लगभग 2 लाख 20 हजार ने क्वालिफाई किया।
परीक्षार्थियों का कहना है :
आर्य पीजी कॉलेज सेंटर पर परीक्षा देने आए छात्र सिद्धार्थ ने कहा कि भौतिकी के प्रश्नों ने खूब उलझाया। गणित व रसायन शास्त्र के प्रश्न भी एकदम सरल नहीं थे।
लतीफ गार्डन निवासी आशुतोष ने कहा कि प्रश्न पत्रों को सरल तो नहीं कहा जा सकता। परीक्षा में वहीं उत्तीर्ण होगा, जिसने पढ़ाई में एक्स्ट्रा मेहनत की होगी।
हुडा सेक्टर निवासी अमीशा ने बताया कि वह दिल्ली के एक स्कूल में पढ़ रही है। सात मल्टी मार्किंग व छह प्रश्न सिंगल नंबर के हैं। पेपर लगभग ठीक गया है।
तहसील कैंप निवासी दिवेश जैन ने बताया कि गत वर्ष हुई परीक्षा का प्रश्न पत्र देखा था। इस बार उससे आसान आया है। भौतिकी व गणित के सवाल ज्यादा कठिन थे।
हौसले से परीक्षा को किया पस्त
छाजपुर गांव निवासी किसान करन सिंह की बेटी माफी एक वर्ष की आयु में ट्रैक्टर से हुई दुर्घटना में अपने दोनों पैर गंवा चुकी है। माफी के भाई डॉ. संतोष उसे एडवांस परीक्षा दिलाने पहुंचे । परीक्षा के बाद भाई का इंतजार कर रही माफी ने बताया कि मुझे कुछ बनना है, इसी जिद से परीक्षा में सफलता मिल जाती है। आइआइटी एडवांस की परीक्षा मन के अनुरूप हुई है।