अनाथालय में बच्चों के चेहरों पर लौटी मुस्कान
जागरण संवाददाता, पानीपत : हरियाणा राज्य बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग (एचएससीपीसीआर) के हस्त
जागरण संवाददाता, पानीपत :
हरियाणा राज्य बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग (एचएससीपीसीआर) के हस्तक्षेप से मिली राहत के बाद बाल अनाथालय सौंधापुर में खुशी का माहौल रहा। बच्चों के चेहरों से उदासी के बादल गायब थे। तीन दिन स्कूल जाते हुए बच्चों के मासूम चेहरों पर मुस्कान देखी गई।
गौरतलब है कि बाल अनाथालय के संचालक पर आय-व्यय का ब्यौरा नहीं देने, वर्ष 2015 में मिली 11 लाख की ग्रांट में गड़बड़ी करने आदि के आरोपों के चलते महिला एवं बाल विकास आयोग ने अनाथालय की मान्यता अस्थायी तौर पर निलंबित कर दी थी। यह कार्रवाई जिला बाल संरक्षण अधिकारी निधि गुप्ता व सीडब्ल्यूसी पानीपत अध्यक्ष सुमन सूद की रिपोर्ट पर की गई। मान्यता रद्द होते ही जिला उपायुक्त डॉ. चंद्रशेखर खरे ने बैठक बुलाकर, अनाथालय को बंद करने और बच्चों को दूसरे स्थानों पर शिफ्ट करने की तैयारी कर ली थी। बच्चों को शिफ्ट करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने शुक्रवार को सिविल अस्पताल में सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया। हरियाणा राज्य बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग की अध्यक्ष ज्योति बेंदा के आदेश पर जिला प्रशासन ने बच्चों को शिफ्ट करने की कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से रोक दिया था। आयोग की सदस्य सुनीता देवी, सीडब्ल्यूसी रोहतक के अध्यक्ष डॉ. राजसिंह सांगवान, सीडब्ल्यूसी करनाल के अध्यक्ष सुरेंद्र मान ने अपनी निगरानी में बच्चों को अनाथालय पहुंचवाया था। इस प्रक्रिया के दौरान अनाथालय में उदासी का माहौल था। अनाथालय छोड़ने की बात आते ही बच्चे रोना शुरु कर देते थे। एक लड़की ने कलाई की नस काटने का प्रयास भी किया था।
तीन दिन की उदासी के बाद शनिवार को बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लौटी तो अनाथालय में भी पहले जैसा माहौल दिखा।
अनाथालय भेजी गई लड़की :
आठ मरला राधा कृष्ण मंदिर के पास सड़क पर बिलखती करीब 6 वर्षीया लड़की को चाइल्ड हेल्पलाइन ने बाल अनाथालय पहुंचाया है। लड़की ने अपना नाम भारती बताया। हेल्पलाइन की समन्वयक सुनीता शर्मा ने बताया कि बच्ची अपने माता-पिता का नाम व पता नहीं बता नहीं सकी है।
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सीडब्ल्यूसी पानीपत के 4 में से 3 सदस्य अनाथालय बंद करने के पक्ष में नहीं है। बच्चे भी यहां रहकर खुश हैं। अनाथालय में कुछ सुधार की जरूरत है। संबंधित विभागों की मदद से हालात बेहतर किए जा सकते हैं।
एडवोकेट अजीत दहिया, सदस्य-सीडब्ल्यूसी
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अनाथालय को बेहतर ढंग से चलाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। संबंधित विभागों के अधिकारियों से सहयोग चाहिए। कुछ भूल हुई होंगी, उन्हें दोहराया नहीं जाएगा।
अमरजीत नरवाल, अनाथालय संचालक