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खेल नर्सरी के लिए स्कूलों में होगी 'जंग'

विजय गाहल्याण, पानीपत खेल में खिलाड़ियों में मुकाबले होते हैं, लेकिन अब खेल नर्सरी पाने के लिए स्क

By Edited By: Published: Thu, 29 Sep 2016 03:03 AM (IST)Updated: Thu, 29 Sep 2016 03:03 AM (IST)
खेल नर्सरी के लिए स्कूलों में होगी 'जंग'

विजय गाहल्याण, पानीपत

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खेल में खिलाड़ियों में मुकाबले होते हैं, लेकिन अब खेल नर्सरी पाने के लिए स्कूलों में मुकाबला होगा। जो स्कूल जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर ज्यादा पदक जीत चुका है वहीं सफल होगा और उसी में नर्सरी खुलेगी। मुकाबला कांटे का हैं। क्योंकि लड़के व लड़कियों की 10-10 खेल नर्सरी खोली जानी हैं, लेकिन खेल विभाग को आवेदन 39 स्कूलों ने कर रखा है। इसका फैसला डीसी के प्रतिनिधि, खेल अधिकारी व कोच की कमेटी करेगी।

बता दें कि प्रदेश सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने व खिलाड़ियों की पौध तैयार करने के लिए स्वर्ण जयंती स्पीड खेल नर्सरी खोलने की योजना बनाई है। इसके तहत जिले में फुटबॉल, वालीबॉल, हैंडबाल, खो-खो, कबड्डी, एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, तीरंदाजी, तैराकी और कुश्ती की नर्सरी खोली जानी हैं।

इन स्कूलों ने कर रखा है आवेदन

खेल विभाग में नर्सरी के लिए हर्ष हाई स्कूल कारद, आरके सीनियर सेकेंडरी स्कूल बुड़शाम, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल डाहर, गीता भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल इसराना, शिवालिका मार्डन सीनियर सेकेंडरी स्कूल इसराना, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल मांडी, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल बुआना लाखू, न्यू महावटी स्पो‌र्ट्स स्कूल, गुरु ब्रह्मानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल ऊंटला, नव ज्योति स्कूल जलालपुर-1, लोर्ड कृष्णा स्कूल पावटी, चंदन बाल विकास स्कूल आट्टा, हिमगिरी पब्लिक स्कूल समालखा, सरस्वती शिक्षा सदन सीनियर सेकेंडरी स्कूल नौल्था, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल नौल्था, ऋषिकुल सीनियर सेकेंडरी स्कूल कुराना, न्यू साउथ प्वाइंट स्कूल इसराना, राजकीय हाई स्कूल बलाना और डीएवी पब्लिक स्कूल थर्मल कालोनी का नाम शामिल है। इसी तरह से सिवाह, उग्राखेड़ी, चुलकाना, पंट्टीकल्याणा, मतलौडा, मनाना और सिवाह का राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल भी खेल नर्सरी की दौड़ में है।

कबड्डी है पहली पसंद

पूर्व कबड्डी कोच बलवान सिंह दहिया का कहना है कि प्रो. कबड्डी लीग से देश में नेशनल स्टाइल कबड्डी का क्रेज बढ़ा है। गांव से लेकर शहर में युवा कबड्डी खेल को अपना रहे हैं। इसी वजह से 36 में 32 स्कूलों ने कबड्डी नर्सरी पाने के लिए खेल विभाग से इच्छा जाहिर की है।

तैयार होंगे अच्छे खिलाड़ी

सेवानिवृत्त अंतरराष्ट्रीय कुश्ती कोच प्रेम सिंह आंतिल का कहना है कि स्कूलों में खेल नर्सरी खोले जाने की योजना अच्छी है। इनमें उम्दा खिलाड़ी तैयार होंगे। बशर्ते यहां पर बढि़या को व पूरा खेल का सामान खिलाड़ियों को मुहैया कराया जाए। समय-समय पर नर्सरियों की प्रतियोगिता कराकर उनके खिलाडि़यों का आंकलन किया जाए।

वर्जन

स्कूलों ने खेल नर्सरी के लिए आवेदन किए थे। ये आवेदन खेल निदेशालय को भेजे जा चुके हैं। वहां से निर्देश मिलने के बाद नर्सरी बनाई जाएंगी। हर नर्सरी को एक लाख रुपये का खेल का सामान, कोच या फिर ट्रेनर दिया जाना है।

राजेंद्र पाल सिंह, जिला खेल अधिकारी


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