दस रुपये के सिक्कों पर नहीं कोई प्रतिबंध, बेझिझक कीजिए लेनदेन
फोटो- 14, 14ए जागरण संवाददाता, पानीपत : कहते हैं पैसे की चाल बहुत तेज होती है लेकिन
फोटो- 14, 14ए
जागरण संवाददाता, पानीपत :
कहते हैं पैसे की चाल बहुत तेज होती है लेकिन आजकल शहर में दस रुपये के सिक्के की चाल थम सी गई है। इसका कारण कुछ लोगों और दुकानदारों द्वारा दस रुपये के सिक्कों के चलन पर प्रतिबंध लगने की अफवाह फैलाना है। आलम ये है कि लोग खुद भी दस रुपये के सिक्के दुकानों से लेने से मना करने लगे हैं। दूसरी ओर आरबीआई दस रुपये के सिक्के पर किसी भी प्रकार के प्रतिबंध न होने की पुष्टि कर रहा है।
नकली होने का डर :
ग्राहक दस रुपये का सिक्का नकली होने के डर से स्वीकार नहीं कर रहे हैं जबकि कुछ लोग अपने सिक्के दुकान पर चलाने के लिए आते हैं। ऐसे में हमें ये सिक्के लेने पड़ते हैं।
- इशांत कुमार, दुकानदार, सनौली रोड।
वजनदार सिक्के से नोट ही बेहतर :
दस रुपये का सिक्का वजनदार होने के कारण उपभोक्ता लेने से मना कर देते हैं। लोग सिक्के के मुकाबले नोट को ही तवज्जो देते हैं।
- शशि, फल विक्रेता, सब्जी मंडी।
दस के सिक्के पर नहीं कोई प्रतिबंध : एलडीएम
दस रुपये के सिक्के पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा है। सभी बैंकों में ये सिक्के स्वीकार किए जा रहे हैं। लोगों व दुकानदारों को बिना डर के लेनदेन करना चाहिए। यदि कोई दस का सिक्का लेने से मना करता है तो उस के खिलाफ भारतीय मुद्रा अधिनियम की धारा 489ए और 489ई के तहत भारतीय मुद्रा का अपमान करने का दोषी मानते हुए केस दर्ज किया जा सकता है।
- राकेश वर्मा, अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक, पीएनबी।
ऐसे करें पहचान :
असली सिक्के के एक ओर ऊपर 10 तीलियां बनी हैं। असली सिक्के पर तीलियों के नीचे रुपये के चिन्ह के नीचे अंकों में 10 लिखा हुआ है। यह अंक सिल्वर और सुनहरी दोनों हिस्सों पर है। सिक्के के दूसरी ओर दाई तरफ भारत व बाई तरफ इंडिया लिखा होता है।