योगी की राह पर सूबे की मनोहर सरकार, बंद होंगी मीट की सैकेड़ों अवैध दुकानें
सामाजिक संगठन मीट के कारोबार पर रोक लगाने के आवाज उठाते रहे हैं लेकिन अब एक ही झटके में अवैध बूचड़खाने बंद करने के आदेश सरकार ने दिए हैं। 30 अप्रैल को बूचड़खाने बंद हो जाएंगे।
जेएनएन, पानीपत। अवैध बूचड़खानों को बंद करने के आदेश से पानीपत अछूता नहीं रहेगा। बिना लाइसेंस के चलने वाली 120 दुकानें बंद हो जाएंगी। एक हजार से अधिक लोग बेरोजगार हो जाएंगे। इनके रोजगार के लिए कोई विकल्प तैयार नहीं किया गया है।
औद्योगिक नगरी पानीपत में मीट का कारोबार साल दर साल बढ़ रहा है। सामाजिक संगठन मीट के कारोबार पर रोक लगाने के आवाज उठाते रहे हैं लेकिन अब एक ही झटके में अवैध बूचड़खाने बंद करने के आदेश सरकार ने दिए हैं। 30 अप्रैल को बूचड़खाने बंद हो जाएंगे। पानीपत शहर में रोजाना 7000 मुर्गे काटे जाते हैं। रविवार को इसका ग्राफ 12000 हजार तक पहुंच जाता है। कम पढ़े लिखे एक हजार से अधिक व्यक्ति इस व्यवसाय से जुड़े हैं। कारोबार पर रोक लगने से इनकी रोजी रोटी छिन जाएगी। लालबत्ती का मीट मार्केट चार दशक पुराना बताया जा रहा है। जो दुकानें यहां है वो कमेटी की है।
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1700 रुपये की कमाई
सेक्टर 25 बाइपास पर मुर्गे का मांस बेचने वाले सलीम का कहना है नियमित रूप से 10-20 मुर्गे बेचता है। औसतन 700 की कमाई हो जाती है। अब यह कमाई बंद हो जाएगी। रोजगार का दूसरा कोई विकल्प नहीं है। लालबत्ती चौराहा स्थित मीट मार्केट के प्रमुख अलीम कुरैशी का कहना है कि एक वर्ष से कोर्ट से स्टे ले रखा है। रोजी रोटी छिनने पर सरकार से रोजगार कर हक मांगेंगे। दशकों पुराना उनका कारोबार उजड़ जाएगा।
उत्तर प्रदेश से मीट की आपूर्ति
पानीपत में उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों से मीट की आपूर्ति अब कम हो गई है। योगी सरकार ने बूचड़खानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसी को देखते हुए हरियाणा में सामाजिक संगठनों की अवैध बूचड़खाने बंद करने की मांग को स्वीकार कर सरकार इसे बंद करने जा रही है।
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