अविश्वसनीय भैंसा- कीमत दस करोड़, मालिक को कमाकर देता है हर वर्ष 70 लाख
नाम है युवराज। तीन लोग इसकी देखभाल करते हैं। दिन में चार बार नहलाया जाता है। देशभर की सैर कर चुका है। ये है एक भैंसा, जिसकी कीमत लग चुकी है दस करोड़। है न हैरानी वाली बात।
जेएनएन, पानीपत - क्या आप यकीन करेंगे कि एक भैंसा एक वर्ष में 70 लाख रुपये कमाकर दे सकता है। उसकी कीमत है दस करोड़। विश्वास नहीं होता तो हरियाणा के मुर्राह नस्ल के भैंसे के बारे में पढ़ लीजिए। इसका मालिक इसे बेचने को तैयार ही नहीं है। पढ़ें ये विशेष खबर। जानिये, कैसे कमाकर देता है।
कुरुक्षेत्र के बाबैन के गांव सुनारियां में मुर्राह नस्ल का भैंसा युवराज पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। यह युवराज अपने मालिक कर्मवीर सिंह को सीमन से प्रतिवर्ष करीब 70 लाख रुपये का कमा कर भी देता है। इस 10 वर्षीय युवराज की कीमत साउथ अफ्रीका के विशेषज्ञों ने दस करोड़ रुपये लगाई है। कर्मवीर का कहना है कि यह कीमत कोई मायने नहीं रखती है, उनके लिए युवराज बेशकीमती है और हमेशा इसे अपने बच्चों की तरह साथ रखेंगे। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पशु मेले में बेस्ट एनिमल ऑफ शो के चुने जाने पर युवराज की प्रशंसा की है।
यह भी पढ़ेंः विदेशी रेसलर से पिटने के बाद राखी सावंत बोलीं- बदला लेना है, खली भाई बुलबुल को बुलाओ
29 बार अवार्ड मिला
इस युवराज की कद काठी और गुणों को देखकर 29 बार पशु मेलों में आल इंडिया बेस्ट एनिमल ऑफ शो जैसे कई खिताबों से नवाजा जा चुका है। युवराज का ढाई वर्ष का कटड़ा चांदवीर भी साल बार ऑल इंडिया लेवल पर चैंपियन बन चुका है।
यह भी पढ़ेंः हनीप्रीत चाहती है गुरमीत राम रहीम की जेल में जाना, अंबाला जेल से शिफ्टिंग की दी अर्जी
यह है खुराक, 20 लीटर दूध रोज पीता है
गांव सुनारियां निवासी पशुपालक कर्मवीर सिंह ने कहा कि शौक-शौक में पशुपालन व्यवसाय बन जाएगा, यह कभी सपने में भी नहीं सोचा था। सबसे पहले मुर्राह नस्ल के भैंसे योगराज और भैंस गंगा को पाला और इनसे युवराज का जन्म हुआ। इस मुर्राह नस्ल के भैंसे युवराज ने उसका जीवन ही बदल कर रख दिया। इस युवराज को बच्चों की तरह पाला और बड़ा किया। इस युवराज को रोजाना 20 लीटर दूध, 5 किलो फल, 5 किलो दाना और चारा, तूड़ी की खुराक दी जा रही है। युवराज के पालन-पोषण पर करीब एक लाख रुपये प्रतिमाह का खर्चा किया जा रहा है और उनके पास मुर्राह नस्ल के करीब 40 पशु हैं, जिनका प्रतिमाह कुल खर्च करीब 8 लाख रुपये है।
यह भी पढ़ेंः कट्रीना खेतों में टहली, किसानों से भी की बात, सलमान खान रहे दूर-दूर
तीन लोगों को रखा देखभाल के लिए
कर्मवीर के अनुसार युवराज की देखभाल के लिए तीन लोगों को रखा गया है और प्रतिदिन सुबह युवराज को 5 से 6 किलोमीटर की सैर करवाई जाती है। दिन में 4 बार नहलाया जाता है। इसकी कद काठी और नस्ल को देखकर 29 बार चैंपियन और आल इंडिया बेस्ट एनिमल ऑफ का अवार्ड दिया जा चुका है। सरकार की योजना का पूरा फायदा मिल रहा है और इससे पशुपालन व्यवसाय करने को बढ़ावा भी मिल रहा है। यह युवराज बिहार, दिल्ली, चित्रकूट, जयपुर, कोटा, उदयपुर, कौलापुर, पंजाब, हिमाचल सहित पूरे भारत का भ्रमण कर चुका है। कई देशों के विशेषज्ञ और पशुपालक गांव सुनारियों में आकर युवराज के बारे में पूछताछ कर चुके हैं।
यह भी पढ़ेंः वाह! बड़े काम की है ये चीज, पशुओं में दूध भी बढ़ाती है और पाचन शक्ति भी