बिटक्वाइन के नाम पर पांच राज्यों में इस तरह 10 करोड़ ठगे, मास्टरमाइंड गिरफ्तार
बिटक्वाइन के नाम पर हरियाणा, चंडीगढ़, उप्र, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में जींद के सुदेश पाल व उसके साथियों ने की धोखाधड़ी। 55 लाख रुपये मांडी के शेरसिंह से हड़पे।
जागरण संवाददाता, पानीपत : बिटक्वाइन में निवेश करा रुपये दोगुना करने का झांसा देकर पांच राज्यों के लोगों से 10 करोड़ रुपये ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने सरगना जींद की कृष्णा कॉलोनी के सुदेश पाल को गिरफ्तार कर लिया है। उसे डीआइ (डिस्ट्रिक्ट इंस्पेक्टर) ने सिवाह के पास दबोच लिया। वह वीआइपी नंबर एचआर-17ए-1000 नंबर की फॉर्च्यूनर गाड़ी में था। वह ब्रांडेड कपड़े पहनने और लग्जरी गाडिय़ों का शौकीन है।ठगी के 18 पीडि़त सामने आ चुके हैं। उसे दालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। फरार आरोपितों की भी तलाश की जाएगी।
वधावाराम कॉलोनी के राममेहर सिंह ने थाना शहर में शिकायत दी थी कि उसका पानीपत की सीमा सिनेमा की बिल्डिंग में आरएस इंटरप्राइजिज के नाम से कार्यालय है। बीमा करने वाले राममेहर का किसान भवन में कार्यालय है। उसकी राममेहर सिंह के माध्यम से सुदेश पाल से जान पहचान हो गई। सुदेश पाल ने बताया कि वह, तहसील कैंप में रहने वाला उसका भाई सुंदर और कृष्ण गोपाल जींद और पानीपत में बिटक्वाइन का काम करते हैं। नवंबर 2017 में सुदेश पाल ने अपनी पत्नी निर्मला व दो भाइयों के साथ लघु सचिवालय के एसबीआइ के एटीएम कैबिन के पास कहा कि वे एक साल से बिटक्वाइन और क्रिप्टो करेंसी का काम करे रहे हैं। इस काम को केंद्र सरकार जल्द ही मान्यता दे देगी। यदि 30 लाख रुपये निवेश करेंगे तो 50 लाख रुपये मिलेंगे। वे लाभ पर 10 प्रतिशत लेंगे।
गारंटी के साथ रकम लौटाने का झांसा
गांरटी के साथ रकम लौटा देंगे। इस पर उसने 21 नवंबर से 11 दिसंबर 2017 के बीच आठ लाख रुपये आरएस इंटरप्राइजेज के खाते से कृष्ण गोपाल के खाते में ट्रांसफर कर दिए। दिसंबर 2017 में उसने 21 लाख रुपये अपने दोस्त बलबीर से 21 लाख रुपये ब्याज पर लेकर आरोपितों को दे दिए। उसने दोस्त सुरेंद्र सिंह से 1.50 लाख रुपये लेकर कृष्ण गोपाल को दिए थे। इसके दो महीने बाद उसने आरोपितों से रुपये मांगे तो आनाकानी की। उसे पता चला कि सरकार ने बिटक्वाइन को मान्यता नहीं दी है। 16 मई को स्काई लार्क के सामने आरोपितों से रुपये मांगे तो उसे पीटा और मारने की धमकी दी।
आरोपित सुदेशपाल।
छह महीने से था फरार
थाना शहर पुलिस ने सुदेश पाल, उसकी पत्नी निर्मला, भाई सुंदर और कृष्ण गोपाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया था। आरोपित सुदेश पाल छह महीने से फरार था। इस मामले की जांच डीआइ अशोक कुमार कर रहे हैं।
इनके साथ भी हुई ठगी
सुदेश पाल और उसके साथियों ने मांडी के शेर सिंह से 55 लाख, किशनपुरा के प्रदीप से 2 लाख, कुटानी के अशोक मलिक से 47 लाख, भिवानी के विनोद से 10 लाख, सुशील से 10 लाख, जयभगवान से 9.85 लाख, माया व विद्या से 5-5 लाख, जींद के सतीश एडवोकेट से 1.30 लाख, रॉकी से 4 लाख, रोहतक के मदीना के सुभाष से 5 लाख, जाटल के प्रदीप से 1.50 लाख और जाटल रोड के अमीर परसा से 50 हजार रुपये ठग रखे हैं। इनके अलावा इसराना के बाबा से 9 लाख रुपये ठग रखे हैं। पीडि़त बाबा ने जहर खाने का भी प्रयास किया था।
डायरी खोलेगी राज
पुलिस ने सुदेश के पास से डायरी मिली है। इसमें काफी लोगों के नाम हैं। पुलिस को शक है कि जिन लोगों के साथ ठगी की गई है। उनके नाम सुदेश ने लिख रखे हैं। ये डायरी कई राज खोलेगी।
इन प्रदेशों में ठगी
जांच अधिकारी अशोक ने बताया कि सुदेश पाल ने तीन साथियों के साथ मिलकर हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी कर रखी है। उससे पूछताछ की जा रही है।