आइडीएस में 180 करोड़ की स्वैच्छिक घोषणा
जागरण संवाददाता, पानीपत : आइडीएस-16 स्कीम में करनाल रेंज पूरे प्रदेश में प्रथम रही। 162 करोड़
जागरण संवाददाता, पानीपत :
आइडीएस-16 स्कीम में करनाल रेंज पूरे प्रदेश में प्रथम रही। 162 करोड़ के लक्ष्य से अधिक करनाल रेंज ने इस स्कीम के तहत 180 करोड़ रुपये के स्वैच्छिक घोषणा हुई। इस उपलब्धि की खुशी आयकर विभाग ने जीटी रोड पर झट्टीपुर में एक होटल में व्यापारियों, सीए, एडवोकेट के स्वागत में चाय पार्टी का आयोजन किया।
इस अवसर पर ज्वाइंट कमिश्नर मोनिका सिंह ने कहा कि आइडीएस स्कीम की सफलता के लिए विभाग सीए, एडवोकेट, व्यापारियों, उद्यमियों व्यापारी नेताओं का आभार व्यक्त करता है। योजना के तहत करनाल रेंज में 180 करोड़ की स्वैच्छिक घोषणा हुई। उन्होंने कहा कि देश के विकास की बात हो या देश की सुरक्षा की बात सभी धन की जरूरत होती है। आयकर विभाग का कार्य देश के धन जुटाना है।
इस अवसर पर हरियाणा व्यापार मंडल के प्रदेश चेयरमैन रोशन लाल गुप्ता ने कहा कि देश में जिसे काला धन कहा जाता है, वह दरअसल अनकाउंटिड मनी है। देश सोने की चिड़िया कहलाता था। यह उस समय का धन है। आयकर कानून 1961 में बना। यह सरकारों की कमी रही कि इस धन को टैक्स के दायरे में नहीं ला सकी। अब धीरे-धीरे यह टैक्स के दायरे में आएगा। सात गुणा समानांतर अर्थव्यवस्था देश में चल रही है। वित्त मंत्री अरुण जेटली इसके लिए प्रयास रत लेकिन इसमें अभी और समय लगेगा।
उन्होंने कहा कि इस तरह की चाय पार्टी साल में कम से कम चार बार होनी चाहिए। व्यापारियों उद्यमियों के दिमाग में जो विभाग का डर है वह खत्म होगा तथा व्यापारी उद्यमी विभाग का पूरा सहयोग देंगे। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान उन्होंने प्रेस वार्ता कर विरोध किया था। बाद में आयकर कमिश्नर से करनाल मिले। उन्होंने मिनटों में व्यापारियों की समस्या हल की तथा उनका सहयोग सकारात्मक रहा। उसके बाद कोई समस्या नहीं आई। विभाग सहयोग करता है तो व्यापारी उद्यमी एक कदम और आगे बढ़कर सहयोग करने के लिए तैयार है।
इस अवसर पर प्रमुख चार्टर्ड एकाउंटेंट, एडवोकेट सहित हरियाणा व्यापार मंडल के जिला प्रधान ललित गोयल, युवा प्रधान अतुल गुप्ता, हरियाणा चैंबर ऑफ कामर्स के पवन गर्ग सहित अतिरिक्त आयकर आयुक्त सुदीप डबास सहित आयकर अधिकारी एसपी शर्मा, विनोद अग्रवाल, आरएस कौशिक, परमजीत पन्नू, बीएस यादव निरीक्षक आरपी तंवर, डीएस नरवाल विकास आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।