पुली इकट्ठी कर रहा किसान अंधेरे में हाईवोल्टेज तार की चपेट में आया, मौत
लोग बेबसों की तरह देखते रहे, किसान की तड़प-तड़प कर हुई मौत - ग्रामीणों ने कहा, नि
लोग बेबसों की तरह देखते रहे, किसान की तड़प-तड़प कर हुई मौत
- ग्रामीणों ने कहा, निगम कर्मचारियों की लापरवाही से हुआ हादसा
संवाद सहयोगी, सनौली : रिसपुर गांव के खेत में पुली इकट्ठी कर रहे किसान की हाईवोल्टेज तार की चपेट में आने से मौत हो गई। धुआं देख आसपास के लोग पहुंचे, लेकिन आधा घंटे तक किसान को जलता देखते रहे। हालांकि आधा घंटे बाद लाइन कटी तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
बताया गया कि चूहड़ सिंह पुत्र ओमप्रकाश खेत में गेंहू की पुली इकट्ठी कर रहा था। नीचे लटक रही 11 हजार वोल्टेज की तार में उलझ गया। पहले कपड़ों में आग लगी। फिर उसके शरीर में भी लग गई। फसल में आग लगने की सोचकर गांव के लोग मौके पर पहुंचे तो देखा कि चुहड़ सिंह तार से उलझा पड़ा था। किसानों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया।
ग्रामीणों ने बताया कि 11 हजार वोल्टेज की तार लोहे के खंभे से लगी हुई है। कई माह से नीचे लटकी हुई थी। बिजली निगम कर्मचारियों और अधिकारियों से शिकायत की। कर्मचारियों ने कंकरीट का खंभा तो लगा दिया, लेकिन छह माह बाद भी तार नहीं लगाई। निगम कर्मियों की लापरवाही के कारण हादसा हुआ।
छाजपुर सब डिवीजन के एसडीओ अश्वनी कौशिक का कहना है कि 11 हजार वोल्टेज लाइन तार टूट कर नीचे लटक गया था। अगर तार दूसरे तार से टकरा जाता या जमीन पर लग जाता तो फीडर अपने आप बंद हो जाता। यह दुर्घटना नहीं होती। तार ना तो जमीन से टकराया और न ही दूसरे तार से। इसलिए बिजली सप्लाई अपने आप बंद नहीं हो सकी। खेत में काम कर रहे किसान को अंधेरा होने के कारण तार नजर न आने से वह इसकी चपेट में आ गया।