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फिर आश्वासनों का झुनझुना

जागरण संवाददाता, पानीपत : बैठक कष्ट निवारण के लिए। हुआ इसके ठीक उलट। एक तो कष्ट निवारण समिति की ब

By Edited By: Published: Thu, 30 Jun 2016 02:40 AM (IST)Updated: Thu, 30 Jun 2016 02:40 AM (IST)
फिर आश्वासनों का झुनझुना

जागरण संवाददाता, पानीपत :

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बैठक कष्ट निवारण के लिए। हुआ इसके ठीक उलट। एक तो कष्ट निवारण समिति की बैठक में शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा दो घंटे देरी से पहुंचे, ऊपर से मात्र 13 लोगों की फरियाद सुनी। इसमें भी ज्यादातर को आश्वासन मात्र ही मिले।

दर्जनों फरियादी मंत्री से मिलने के इंतजार में बाहर बैठे रहे। दोपहर 2 बजे के बाद शिकायत पत्र सौंपे। लगभग 100 से ज्यादा शिकायतें आई। लघु सचिवालय में सुबह 11 बजे से कष्ट निवारण समिति की बैठक शुरू होनी थी। दूर दराज के गांवों से दर्जनों फरियादी सुबह 9 बजे लघु सचिवालय की दूसरी मंजिल पर पहुंच गए। मंत्री के आने का इंतजार करने लगे। सभागार में सूचीबद्ध 13 फरियादियों को ही प्रवेश करने दिया गया। पसीने से तर बतर अन्य सभी फरियादी महिला बाल विकास विभाग के गलियारे में रखे बेंच पर तो कोई जमीन पर उठते-बैठते रहे। दो घंटे विलंब से आए शिक्षा मंत्री एक घंटे में 13 शिकायतें सुनीं। शिकायतों को शत प्रतिशत निपटाने की बजाए एमएलए से लेकर अधिकारियों के जिम्मे लगा दिया। मंत्री के इस कदम से फरियादी बोल पड़े, यहां कष्टों का निवारण होने वाला नहीं है।

पहली शिकायत :

जौंधनकलां गांव से आए बुजुर्ग मदनलाल ने कहा कि उसके सामने में कस्सी से काट कर बेटे नरेश की हत्या कर दी गई। राजनीतिक दबाव के चलते कंडक्टर संदीप की गिरफ्तारी करने में पुलिस टालमटोल कर रही है।

शिक्षा मंत्री ने पूछा कौन से जांच अधिकारी हैं। डीएसपी देशराज माइक पर आ गए। मंत्री ने पूछा कितनी गिरफ्तारी हुई। सर तीन हुई। डीएसपी देशराज के तर्को से मंत्री जब संतुष्ट नहीं हुए तो संदीप को गिरफ्तार कर दोबारा जांच करने के आदेश दिए। पीड़ित ने कहा कि डीएसपी उनसे कहते हैं कि जहां चले जाओ, वह गिरफ्तार नहीं करेंगे। इस बात को सुनकर मंत्री ने डीएसपी से कहा कि इस तरह का व्यवहार उनसे अपेक्षित नहीं है। पुलिस कप्तान राहुल दूसरे जिले के पुलिस अधिकारियों को शामिल कर जांच टीम बना दें।

दूसरी शिकायत :

कुलदीप नगर के शिकायतकर्ता रवींद्र ने कहा कि उनके पिता शमशेर सिंह नसीब गार्डन (असंध रोड) पर फल की दुकान लगाते थे। बीते 18 मई को किसी ने उन्हें जला कर मारा डाला। दस कदम पर पुलिस चौकी है। उनका शक राकेश जैन पर है।

मंत्री ने पूछा कि कौन है इसका जांच अधिकारी। डीएसपी देशराज ने कहा कि पूर्व डीएसपी जोगिंदर राठी की टीम ने जांच की। संदिग्ध का पोलीग्राफी टेस्ट के लिए लिखा गया। एक अगस्त की तारीख आई है। रवींद्र ने बताया कि उन्हें धमकी दी जा रही है। मंत्री ने कहा कि इस मामले को पेंडिंग रखें। कहा कि- कप्तान साहब थिंग्स आर केम विद दॅ इंवेस्टिगेशन सिस्टम.इटस सीरियस मैटर। जो प्रमाण है, उस पर ढंग से जांच करें। यहां के डीएसपी सक्षम नहीं हो रहे तो मधुबन से दिला देते हैं। सीधा चार्ज पूर्व डीएसपी जोगिंदर राठी पर बनता है।

तीसरी शिकायत :

तहसील टाउन से आई विधवा कंचन मंत्री के समक्ष रो पड़ी। पीड़ा सुनाते हुए कहा कि जगदीश नागपाल को 6 लाख रुपये उधार दिए। पैसे मांगने पर गालियां व धमकी देता है। पुलिस में दरख्वास्त देने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई।

मंत्री ने कहा कुछ लिखवा कर लिया। इस पर महिला ने कहा कि नहीं। मंत्री जी मैं अनपढ़ हूं। दूसरों से भी धोखाधड़ी कर रुपये ऐठे हैं। मेरे दो छोटे बच्चे हैं। मंत्री ने मौके पर उपस्थित जांच अधिकारी को आरोपी को गिरफ्तार करने की सख्त हिदायत दी।

चौथी शिकायत :

किशनपुरा खन्ना रोड से आए मोतीराम ने कहा कि हरीशचंद्र का मकान बिजली टावर के पीछे लगता है। टावर वाली जगह बिजली बोर्ड की है। कब्जाने की फिराक में है। नाजायज कब्जे से बचाया जाए।

मंत्री ने कहा कि नगर निगम के आयुक्त कौन हैं। एसई वशिष्ठ ने कहा कि ये निगम की जमीन नहीं है। मंत्री बोले अपनी जमीन तो है। मंत्री ने तहसीलदार पानीपत को बुलाया। उनसे यह मामला जानना चाहा। विधायक रोहिता रेवड़ी से कहा, इस बारे में कुछ ध्यान है। तहसीलदार को एक हफ्ते में फिर जांच कर रिपोर्ट देने को कहा। ट्यूबवेल भी लगवा देने की बात कही।

पांचवीं शिकायत :

हरिबाग कालोनी से आए जितेंद्र ने कहा कि उनकी दीवार पॉलीथिन की फैक्टरी सटी है। जब उत्पादन होता है दीवारों में कंपन शुरू हो जाता। प्रदूषण नियंत्रण, डीटीपी व फायर विभाग के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे।

मंत्री के समक्ष निगम के एसई ने सफाई दी कि मामला उनके विभाग का नहीं है। पुरानी फैक्टरी को एचएसआइडीसी ने जगह अलॉट कर रखी है। एचएसआइडीसी के अधिकारी ने पक्ष रखते हुए कहा कि शेड 3 वीवर्स कालोनी में इंडस्ट्री ही लगा सकते हैं। दोनों अधिकारी व फरियादी की बात सुन कर शिक्षा मंत्री ने विधायक रोहिता के जिम्मे राजीनामा कराने के लिए इस मामले को छोड़ दिया।

छठी शिकायत :

समालखा से आए संजीव व उनकी पत्नी ने कहा कि राजू कुहाड़ से कुछ पैसे 2 प्रतिशत ब्याज पर उधार लिए थे। ब्याज चुकता न करने पर 10 प्रतिशत का हिसाब ठोक दिया। राजू को 28 लाख व अंजू को 6.30 लाख रुपये दे चुका हूं। परिवार का जीना मुश्किल कर दिया। जानमाल की रक्षा की जाए।

एसडीएम समालखा गौरव कुमार ने मंत्री के समक्ष पक्ष रखते हुए कहा कि दोनों को बुलाया था। दोनों बचपन के साथी हैं। मकान बेचने का एग्रीमेंट पर जो साइन हैं, वो जाली करवा रखा है। पत्नी सोनिया भी पति खिलाफ हैं। मंत्री ने कहा पति-पत्नी का मामला पंचायत में नहीं आना चाहिए। घर में मिल बैठ कर सुलझा लो। मंत्री ने एसडीएम को कहा कि मामले की गंभीरता को देखें। दोनों पक्षों को बुलाएं। पति-पत्नी सच्चे तो उन्हें सरकार का हनक महसूस कराइए।

सातवीं शिकायत :

तहसील कैंप रामनगर के सोनू सहगल ने शिकायत की कि सतबीर सिंह स्प्रे पेंट सूखाने के लिए इलेक्ट्रिक भट्ठी का भी इस्तेमाल करता है। बचा रंग नालियों में डाल देता है। वर्कशॉप बंद करवा कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

मंत्री ने कहा कि रोहिता ये तवाडे हलके का मामला है। एमएलए चुनाव के दौरान कैंपेनिंग करते हुए वे यहीं गिरफ्तार हुए। सहगल साहब आपकी परेशानी समझ गया। विधायक इस परेशानी को दूर कर देंगी।

आठवीं शिकायत :

निजामपुर गांव के विनोद शर्मा ने रियल एस्टेट कंपनी के अंधाधुंध जल दोहन की शिकायत दे रखी थी।

शिकायतकर्ता मौके पर उपस्थित नहीं हुए। मंत्री ने डीपीटी को बुलाया। डीटीपी ने कहा कि पानीपत में ऐसा करने से मनाही नहीं है। बशर्ते सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड से अनुमति ले रखी हो। मंत्री ने कहा कि इस केस को डिस्पोज कर दें।

नौवीं शिकायत :

नूरवाला निवासी प्रदीप उपाध्याय (मीडिया प्रभारी) ने कहा कि मुद्रा योजना के तहत ऋण लेने के लिए एलडीएम पीएनबी को आवेदन दिया। सारे दस्तावेज लगाए। मुझे ऋण दिलाया जाए। दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई हो।

मंत्री ने फरियादी से पूछा शिकायत व्यवहार की है या किसी और चीज की। बोली भाषा पर मत जाइए। व्हाट डू यू वांट.। मुझे ऋण चाहिए। इंडस्ट्री से कौन आया। सर मैंने दो बार विजिट किया। ये जॉब वर्क करते हैं। बैलेंस शीट जो जमा कराया उसमें कमियां निकली। मंत्री ने कहा किसी योजना के तहत अगले माह तक ऋण दे दो। भाजपा के जिला महासचिव देवेंद्र दत्ता उठ कर फरियादी के पास आ गए। मंत्री से कहा कि पार्टी के मीडिया प्रभारी का ये हाल है तो आम लोगों का क्या होगा। एलडीएम रास्ता नहीं देते।

दसवीं शिकायत :

वधवाराम कालोनी के संजीव ने शिकायत दी थी कि राजनगर में 10 माह से सरकारी ट्यूबवेल ऑपरेटर के रूप में कार्य करता है। डीसी रेट पर वेतन नहीं दिया जा रहा। निकालने की धमकी देते हैं।

मंत्री ने जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से इस मामले के बारे में पूछा। अधिकारी ने कहा कि उसे कार्यालय बुलाया था। मंत्री ने कहा उसे दे देना। इस केस को डिस्पोज ऑफ करो।

ग्यारहवीं शिकायत :

सेक्टर 24 से आए जगन्नाथ हुड़िया ने कहा कि ऊझा रोड पर ऊषा हाई पावरलूम मिल प्रदूषण फैला रही है। आदेश के बावजूद बिजली कनेक्शन नहीं कटा। प्रदूषण बोर्ड से आए अधिकारी ने बताया कि क्लोजर आर्डर हो चुका है। ये हाईकोर्ट का आर्डर है। शिकायतकर्ता ने मंत्री से कहा कि मैं फैक्टरी सील करवाना चाहता। प्रदूषण विभाग के अधिकारी बताएं किस चीज की फैक्टरी है। दिनेश कुमार ने कहा कि 50 बार इन्हें समझा चुके हैं। बुजुर्ग शिकायतकर्ता ने तैश में आकर कहा, इसने नकली नोट बनाने की फैक्टरी लगा रखी है। सबसे बड़े तस्कर हैं। मंत्री ने कहा शहरी व ग्रामीण एमएलए इस मामले को देखेंगे। जगन्नाथ इस बात पर इन्कार करते हुए कहा कि दोनों एमएलए इनके रिलेटिव हैं।

बारहवीं शिकायत :

सेक्टर 11 एनएचबीसी से आए बुजुर्ग प्रकाशचंद्र ने शिकायत रखा कि उनके पड़ोस में 1585 नंबर मकान अवैध तरीके से पुन: निर्माण किया जा रहा है। इससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है।

एक्सईएन ने कहा कि कमेटी बनाई गई थी। मौके का निरीक्षण किया। जिनके खिलाफ शिकायत है, उसने सड़क पर अवैध कब्जा कर रखा है। 80 फीसद मकानों का अवैध कब्जा है। संवेदनशील विषय होने के नाते डीसी को 18 अप्रैल को रिपोर्ट दे दी। नजायज कब्जाधारकों को नोटिस दे दिए। मंत्री ने एक्सईएन जन स्वास्थ्य से पूछा। दोनों पक्ष मंच के पास पहुंच गए।

मैं हटवाऊंगा कब्जे

परिवहन व आवास मंत्री कृष्णलाल पंवार ने कहा कि शिकायत हाउसिंग बोर्ड की है। कब्जा हटवाना है तो आवास मेरे पास में हैं। इत्मिनान से इसका समाधान कराऊंगा। हाउसिंग बोर्ड के स्टेट मैनेजर कहां है। जब कोई आवाज नहीं आई तो मंत्री ने कहा कि एक्सईएन होगा। वो भी नहीं दिखे तो कहा कि ये क्या तरीका है। इनको सूचना दे रखा है क्या।

तेरहवीं शिकायत :

डाहर गांव से आए नरेश कुमार ने शिकायत रखी कि डाहर में अवैध फैक्ट्रियां चल रही हैं। अवैध फैक्ट्रियों को बंद करवा कर दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि आप नरेश कुमार हैं। मंत्री जी गांव का पानी 1500 टीडीएस हो गया कैसे जिएंगे। मंत्री ने कहा फैक्टरी लग जाती तो इसे क्यों उठवाओ। नरेश ने कहा कि कार्रवाई नहीं करनी है तो उनकी शिकायत को बंद कर दें। मंत्री ने पब्लिक हेल्थ के अधिकारी को बुलाया। पूछा आप कब से हैं पानीपत में। गांवों का दौरा कर चेक करें। यहां से डिस्पोज ऑफ कर जन स्वास्थ्य विभाग को शिकायत मार्क कर दें।


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