Move to Jagran APP

ब्रेकिस्ट से हमारी इंडस्ट्री का दिल ब्रेक

महावीर गोयल, पानीपत : ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (ईयू) से बाहर निकलने के फैसले से पानीपत का टेक्सटाइल

By Edited By: Published: Sat, 25 Jun 2016 02:09 AM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2016 02:09 AM (IST)
ब्रेकिस्ट से हमारी इंडस्ट्री का दिल ब्रेक

महावीर गोयल, पानीपत :

loksabha election banner

ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (ईयू) से बाहर निकलने के फैसले से पानीपत का टेक्सटाइल उद्योग शुक्रवार को हिल गया। पौंड के भाव गिरने से यहां उद्योगों को एक ही दिन में 50 करोड़ तक फटका लगा, वहीं शेयर बाजार के गिरावट ने भी निंवेशकों का झटका दिया।

पानीपत से यूके तथा यूरोपीय संघ के देशों में कारपेट, हैंडलूम उत्पादन का भारी मात्रा में निर्यात होता है। शहर के कई निर्यातकों का तो कारोबार ही यूरोपियन संघ के देशों पर निर्भर है। पिछले कई दिनों से इस मामले में आ रही खबरों से यहां निर्यातक चिंतित चल रहे थे। सुबह जैसे ही यूरोपियन देशों से ब्रिटेन के अलग होने का परिणाम आया, उसने बाजार को चिंता में डाल दिया। पौंड तथा यूरो के टूटने से निर्यातकों को नुकसान उठाना पड़ा।

निर्यातक सुनील बवेजा ने बताया कि उनका सारा निर्यात यूरोपियन देशों में होता है। पानीपत से 50 निर्यातकों का ज्यादातर माल इन्हीं देशों में जाता है, जिसका दूरगामी असर होगा। बृहस्पतिवार की रात 12 बजे तक पौंड के भाव नहीं टूटे थे। शुक्रवार सुबह 10 प्रतिशत भाव गिर गए। अब उन्हें डॉलर में काम करना पड़ेगा। अभी यही इंतजार कर रहे हैं कि इस घटना के बाद यूरोपियन देश कैसी शर्ते लगाते हैं। यूरोपियन तथा ब्रिटेन की अगली नीति पर ही हमारा ध्यान है।

कामकाज में पहले से ही मंदी चल रही है। ऐसे में नए आर्डर लेने में नई शर्तो से काम होगा। जो पुराने आर्डर हैं, वे पिछले रेट के मुताबिक भुगतान करने हैं।

एक्सपोर्ट एसोसिएशन के संरक्षक रामनिवास गुप्ता ने बताया कि डॉलर के महंगा होने से यहां के आयातकों को नुकसान उठाना पड़ेगा। पानीपत में यार्न के साथ साथ शोडी वेस्ट का आयात किया जाता है। साथ ही चीन से थ्री डी चादर व कंबल का आयात होता है, जो अब महंगी पड़ेगी।

वहीं शेयर बाजार में भी आज मातम जैसी स्थिति रही। चार प्रतिशत बाजार टूट गया। पालिका बाजार स्थित शेयर मार्केट में निवेशक न के बराबर पहुंचे। शेयर ब्रोकर अजय गुप्ता ने बताया कि सुबह चार प्रतिशत बाजार टूटा। शाम तक कुछ बाजार रिकवर हुआ। खरीददारी कम हुई। पिछले तीन चार दिन से ही निवेशक शेयर बेचने में ज्यादा रूचि ले रहे थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.