रिश्वत लेते क्लर्क और बिचौलिया गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, पानीपत : जन्म प्रमाण पत्र बनाने की एवज में 10 हजार रुपये की रिश्वत लेने के मामले मे
जागरण संवाददाता, पानीपत : जन्म प्रमाण पत्र बनाने की एवज में 10 हजार रुपये की रिश्वत लेने के मामले में विजिलेंस की टीम ने सिविल अस्पताल के क्लर्क और बिचौलिये को गिरफ्तार कर लिया। क्लर्क और बिचौलिया 30 हजार रुपये पहले ले चुके हैं। स्टेट विजिलेंस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
जौरासी सर्फ खास गांव निवासी दीपक को अपना जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए छह माह से चक्कर काट रहा था। इसी दौरान महादेव कालोनी निवासी विकास शर्मा ने सिविल अस्पताल की जन्म-मृत्यु शाखा में तैनात ददलाना निवासी क्लर्क विकास अत्री से बात कराई। दोनों ने जन्म प्रमाण पत्र बनाने की एवज में 40 हजार की मांग। आरोपियों ने 30 हजार पहले ले लिए और 10 हजार रुपये की और मांग कर रहे थे। दीपक ने इसकी शिकायत विजिलेंस को दी। विजिलेंस ने इस बारे में उपायुक्त को सूचित किया। उपायुक्त ने नायब तहसीलदार राजसिंह को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया और नायब तहसीलदार के रीडर बिजेंद्र सिंह को गवाह बनाया गया। शिकायतकर्ता ने रिश्वत देकर टीम को इशारा किया। इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार, एसआइ सुल्तान सिंह, एएसआइ दलबीर, जगबीर, सतबीर, दिलबाग, कांस्टेबल विक्रम टीम बनाई ने आरोपियों को सिविल अस्पताल से दबोच लिया। विजिलेंस इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
छह माह पहले लगा था विकास
विकास अत्री करीब छह माह पहले ही सिविल अस्पताल की जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र की शाखा में ट्रांसफर होकर आया था। बताया जाता है कि बिचौलिया विकास शर्मा कोर्ट परिसर में घूमता रहता था। विजिलेंस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि बिचौलिया के किस-किस से संपर्क थे।