गैस के असर से एक की मौत, दो बीमार
जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर-29 पार्ट-2 फ्लोरा चौक के पास स्थित फैक्टरी में शुक्रवार रात गैस के असर से एक श्रमिक की मौत हो गई, जबकि को अन्य बीमार हो गए। दोनों को शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने फैक्टरी के ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही सहित कई धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
सेक्टर 29 पार्ट-2 में प्लास्टिक का दाना बनाने की फैक्टरी में उत्तर प्रदेश के बरेली का नीरज पुत्री सुरेश, उसका छोटा भाई अमित और उत्तर प्रदेश के जिला संबल के सेंदरी गांव का जितेंद्र पुत्र चेतराम काम करते थे। वे वही पर रहते थी। गत देर रात्रि नीरज, अमित और जितेंद्र फैक्टरी में खड़े कैंटर से केमिकल के खाली ड्रम उतार रहे थे। वे ड्रम में बनी गैस की चपेट में आ गए। इससे करीब चार बजे तीनों की तबियत खराब हो गई। उन्होंने इसकी जानकारी ठेकेदार अनमोल को दी। तीनों को शनिवार सामान्य अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने नीरज को मृत घोषित कर दिया। बीमार अमित और जितेंद्र को प्रेम अस्पताल में दाखिल कराया गया। अमित की तबीयत ज्यादा खराब है।
मामले पर परदा डालने का प्रयास
घटना होने के बाद मामले पर परदा डालने का प्रयास किया गया। पुलिस को यह तक पता नहीं है कि फैक्टरी का नाम क्या है और इसका मालिक कौन है। सिर्फ उनके पास उस प्लाट का नंबर है जिसमें फैक्टरी चल रही है। पुलिस का दावा है कि उनके पास दोपहर बाद रुक्का आया है तभी उन्हें घटना के बारे में जानकारी मिली है। कब तक श्रमिकों की जिंदगी दांव पर लगती रहेगी
फैक्टरी में टारगेट पूरा करने की होड़ रहती है। ऐसे में कब तक श्रमिकों की जिंदगी दांव पर लगती रहेगी। पिछले महीने भी सेक्टर 29 में हादसे में तीन श्रमिकों की मौत हो गई थी। यह हादसा भी लापरवाही की वजह से हुआ था। शुक्रवार को फैक्टरी में भी हादसा लापरवाही की वजह से ही हुआ है।
वर्जन
जितेंद्र के बयान पर ठेकेदार अनमोल के खिलाफ धारा 336 और 304 ए के तहत केस दर्ज कर लिया है। ठेकेदार अनमोल ने श्रमिकों को नहीं बताया था कि केमिकल के ड्रम में गैस हो सकती है। नीरज के शव का रविवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत की असल वजह का पता चलेगा।
रणबीर सिंह, एएसआइ, सेक्टर 29 चौकी