विदेशी विवि के युवा भी हरियाणा में सरकार चलाने मेंं भागीदारी के इच्छुक
'मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी' अभियान के प्रति विदेशी यूनिवर्सिटी के भी 15 युवाओं ने दिलचस्पी दिखाई है। इनमें लंदन बिजनेस स्कूल और आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के युवा शामिल हैं। इसके साथ ही देश की टाप आइआइटी और विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी भी सरकार चलाने में अपनी भागीदारी के इच्छुक हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार के 'मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी' अभियान से जुड़ने के लिए विदेशी यूनिवर्सिटी के भी 15 युवा बेहद उत्सुक हैं। लंदन बिजनेस स्कूल और आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के युवा शासन चलाने में हरियाणा सरकार का सहयोग करना चाहते हैैं। इसके साथ ही, देश की टाप आइआइटी और विश्वविद्यालयों के छात्र भी सरकार चलाने में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। देश और दुनिया के करीब ढ़ाई हजार युवाओं ने हरियाणा की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी के तौर पर जुडऩे में दिलचस्पी दिखाई है।
'मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी' अभियान में लंदन बिजनेस स्कूल समेत 15 विदेशी विवि के छात्रों की रुचि
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली यह पहली सरकार है, जिसने हर जिले में सरकार का एक-एक सहयोगी नियुक्त करने का फैसला लिया है। यह सहयोगी एक साल के लिए काम करेगा और उसके पास मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात अधिकारी की तरह पूरे अधिकार व शक्तियां होंगी। राज्य में फिलहाल 21 जिले हैैं और सभी में एक-एक सहयोगी नियुक्त किया जाना है।
देश की प्रमुख आइआइटी, यूनिवर्सिटी और संस्थानों के युवाओं ने काफी संख्या में दिए आवेदन
देश के लगभग 25 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के युवाओं ने हरियाणा सरकार की इस मुहिम से जुडऩे की पेशकश की है। 'मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी' कार्यक्रम के तहत पहली जुलाई से दो सप्ताह का ओरियंटेशन कार्यक्रम चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री नियमित रूप से इन सहयोगियों के संपर्क में रहेंगे। जिन युवाओं की ट्रेनिंग होनी है, उनका चयन अंतिम दौर में है।
अभियान से जुडऩे में 25 प्रतिशत युवतियों ने दिलचस्पी दिखाई है। लगभग 70 प्रतिशत आवेदक स्नातकोत्तर हैं और 65 प्रतिशत आवेदक 27 वर्ष से कम आयु के हैं। सरकार के अभियान से जुडऩे के लिए लंदन बिजनेस स्कूल तथा लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल, यूनिवर्सिटी ऑफ मिशीगन तथा ड्यूक यूनिवर्सिटी समेत 15 विदेशी विश्वविद्यालयों तथा संस्थानों के स्नातक युवाओं ने आवेदन किया है।
हरियाणा सरकार का सहयोगी बनने के लिए खड़गपुर, दिल्ली, कानपुर, रुड़की तथा मुंबई समेत 10 प्रमुख आईआईटी के 50 युवाओं ने रुचि दिखाई है। 20 आवेदक अहमदाबाद, बेंगलूर और कोलकाता जैसे 15 प्रमुख आइआइएम से हैं।
100 आवेदक बनारस के हिंदू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, अशोका विश्वविद्यालय, एमिटी यूनिवर्सिटी, अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी और चंडीगढ़ के पीजीआइएमईआर से हैं। हरियाणा के राेहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और हिसार के गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय समेत अन्य संस्थानों से भी बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए हैं।