हर्बल फॉरेस्ट को लेकर स्वामी रामदेव और मनोहर लाल में मंत्रणा
बाबा रामदेव ने नई दिल्ली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से की मुलाकात की। इस दौरान मोरनी में हर्बल फॉरेस्ट को विकसित करने पर चर्चा हुई।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से नई दिल्ली में बाबा स्वामी रामदेव ने मुलाकात की। हरियाणा भवन में हुई इस मुलाकात के दौरान वातावरण एवं जैव विविधता के अनुकूल मोरनी में वल्र्ड हर्बल फॉरेस्ट विकसित करने पर चर्चा हुई। बीते दिनों मोरनी में हर्बल फॉरेस्ट को लेकर हरियाणा सरकार, वन विभाग औरा पतंजलि अनुसंधान संस्थान हरिद्वार के मध्य एक एमओयू हुआ है। हर्बल फॉरेस्ट विकसित होने से प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हर्बल फॉरेस्ट दुनियाभर के आयुर्वेद से संबंधित डॉक्टर्स एवं वैज्ञानिकों के लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म सिद्ध होगा, जहां वे औषधीय पौधों की जानकारी प्राप्त करने सहित अनुसंधान भी कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि मोरनी क्षेत्र की पूरी भूमि यथावत संबंधित लोगों या वन विभाग के अधिकार क्षेत्र में रहेगी। इस भूमि पर वर्तमान में लगे पौधों के संरक्षण के साथ-साथ देश में पाये जाने वाले करीब 25 हजार औषधीय पौधों को लगाया जाएगा। इस प्रकार से विभिन्न पौधों को लगाने के लिए वन एरिया को विभिन्न क्षेत्रों (क्लस्टर) में विभाजित किया जाएगा।
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रामदेव ने कहा कि वे इस फॉरेस्ट से कोई आर्थिक या व्यवसायिक लाभ नही लेंगे, बल्कि उनका उद्देश्य समाज सेवा के लिए उनके द्वारा बनाए गए पौधों के विश्वकोश को धरातल पर उतारना है। वे वर्तमान स्थिति में पड़े सामान्य जंगल को विशेष जंगल बनाने का प्रयास करेंगे। हरियाणा में विकसित किया जा रहा यह फॉरेस्ट दुनिया का पहला हर्बल फॉरेस्ट होगा। स्वामी रामदेव ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए फॉरेस्ट में एक चिकित्सा केन्द्र भी स्थापित करने का विचार है, जहां लोगों का प्राकृतिक तरीकों से उपचार किया जाएगा।
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