पृथ्वी दिवस पर छात्रों ने पेश किया नुक्कड़ नाटक
जासं, पंचकूला : दीक्षात इटरनेशनल स्कूल के करीब 15 छात्रों ने पृथ्वी दिवस के अवसर पर पंचक
जासं, पंचकूला : दीक्षात इटरनेशनल स्कूल के करीब 15 छात्रों ने पृथ्वी दिवस के अवसर पर पंचकूला के सेक्टर 20 मार्केट एरिया में 'बोये पेड़ बबूल के, आम कहा से खाएं' नामक एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। ये सभी छात्र स्कूल के थिएटर क्लब से जुड़े है। करीब 12 मिनट अवधि के इस नाटक को लिखा और निर्देशित किया दीक्षात इटरनेशनल स्कूल की थिएटर शिक्षक बिपनप्रीत कौर ने। नाटक के माध्यम से छात्रों ने यह दर्शाने की कोशिश की कि कैसे मनुष्य की बढ़ती जरूरतों और कचरे की समस्या से प्रकृति को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसमें बताया गया कि कैसे मनुष्यों की गतिविधियों से हमारे गृह पर दुष्प्रभाव हो रहा है, जिससे मानव जाति के स्वास्थ्य पर भी कुप्रभाव पड़ रहा है।
नाटक में अब से 50 साल आगे की पृथ्वी का चित्रण किया गया था, जिसमें तेल के बहाव, कारखानों के प्रदूषण, गंदे नालों और हरियाली नष्ट होने से वन्य जीवन विलुप्त सा हो गया है। इससे पीने के स्वच्छ जल का संकट, साफ हवा की कमी और बीमारियों के प्रकोप का खतरा पैदा हो गया है।
दीक्षात ग्रुप ऑफ स्कूल्स के चेयरमैन, मितुल दीक्षित ने बताया कि इस गतिविधि के पीछे सोच यह थी कि महत्वपूर्ण पर्यावरणीय मुद्दों की ओर लोगों का ध्यान खींचा जाये और आम जन को इसके लिए जरूरी समाधानों के बारे में भी जागरूक किया जाए।