बदलते मौसम में गर्भवती महिलाएं सावधान रहें: अग्रवाल
जागरण संवाददाता, पंचकूला बसंत ऋतु के आगमन के साथ ही अत्याधिक ठंड और जोड़ों में दर्द जैसी
जागरण संवाददाता, पंचकूला
बसंत ऋतु के आगमन के साथ ही अत्याधिक ठंड और जोड़ों में दर्द जैसी ठंड से संबंधित बीमारियों से राहत मिल जाती है, लेकिन तापमान और वातावरण में परिवर्तन के कारण विशेष रूप से नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं में एलर्जी और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। पारस ब्लिस अस्पताल पंचकूला की चिकित्सक मौसम में बदलाव के कारण नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं को अधिक से अधिक सावधानी बरतने की सलाह दे रही हैं। एक जागरूकता शिविर में अस्पताल पंचकूला की प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मोनिका अग्रवाल ने कहा कि मौसम में परिवर्तन होने के साथ ही, पर्यावरण की स्थिति में भी पूरी तरह से बदलाव आ जाता है। जब महिलाओं की बात आती है, तो गर्भावस्था के कारण हार्मोनल और शारीरिक परिवर्तन के कारण अधिकतर महिलाओं के शरीर के भीतर कुछ जटिलताएं पैदा हो जाती हैं। मौसमी परिवर्तन गर्भावस्था के महीनों के दौरान सीधे या परोक्ष रूप से शारीरिक परेशानी पैदा कर सकते हैं, क्योंकि गर्मी की शुारुआत होते ही मौसम गर्म होने लगता है । मोनिका अग्रवाल ने बताया कि गर्भावस्था महिला की प्रतिरक्षा प्रणाली में भी परिवर्तन लाती है। यह शरीर की प्रतिरक्षा को कम करती है