एसवाइएल का पानी मांगने गए हरियाणा के नेताओं में दिखा टकराव
एसवाईएल के मुद्दे पर दिल्ली पहुंचे हरियाणा के नेताओं में वहां भी टकराव दिखा। तीन नेताओं के देरी से दिल्ली पहुंचने से सर्वदलीय बैठक स्थगित करनी पड़ी।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब में एसवाइएल नहर खुदवाने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने को दिल्ली पहुंचे हरियाणा के नेताओं में टकराव साफ नजर आया। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात से पहले दिल्ली में होने वाली सर्वदलीय बैठक मुख्यमंत्री मनोहर लाल, वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ की चंडीगढ़ में व्यस्तता के कारण नहीं हो सकी। यह तीनों नेता देरी से दिल्ली पहुंचे, जिस कारण सर्वदलीय बैठक को स्थगित करना पड़ा। इसके बाद सभी नेताओं से सीधे केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर पहुंचने का आग्रह किया गया।
अपने दावे के अनुरूप हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला और इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा दोनों अलग से राजनाथ सिंह के आवास पर पहुंचे। हालांकि राजनाथ सिंह के घर पहुंचकर इनेलो नेता संयुक्त सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल नजर आए, लेकिन चौटाला व अरोड़ा ने इनेलो की तरफ से राजनाथ सिंह को अलग से ज्ञापन सौंपा।
चौटाला और अरोड़ा ने ज्ञापन के साथ एसवाइएल को लेकर अब तक हरियाणा के पक्ष में आए सर्वोच्च न्यायालय के विभिन्न फैसलों की प्रतियां भी केंद्रीय गृहमंत्री को सौंपी। शिरोमणि अकाली दल (बादल) के एकमात्र विधायक बलकौर सिंह और बसपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश सारन प्रतिनिधिमंडल में कहीं नजर नहीं आए। कांग्र्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्र्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर भी अपने ढंग से राजनाथ सिंह के आवास पर पहुंचे।
एसवाइएल अब नहीं तो कभी नहीं : हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि एसवाइएल पर अब नहीं तो कभी नहीं की स्थिति बनी हुई है। हरियाणा को उसका हक मिलना चाहिए और वे एसवाइएल के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैैं।
सीएम की कमजोरी से धमका रहा पंजाब : चौटाला
विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा के सीएम की कमजोरी की वजह से ही पंजाब के नेता आए दिन धमकियां दे रहे हैं। अगर सीएम कड़ी पैरवी करते तो अब तक नहर की खुदाई शुरू हो जाती।
पंजाब से बहकर पाकिस्तान जा रहा पानी : धनखड़
कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ के अनुसार पंजाब से अतिरिक्त पानी बहकर पाकिस्तान जा रहा है। वहां के तीन जिलों में सेम की समस्या किसानों के लिए अभिशाप बनी हुई है। हरियाणा में 40 लाख एकड़ फीट पानी की कमी है। इस कारण हर वर्ष डार्क जोन बढ़ रहा है। हमारी संस्कृति है कि बड़ा भाई छोटे का हक कभी नहीं मारता। इसलिए पंजाब को हरियाणा का पानी देना चाहिए।
मिलेगा हमारे हिस्से का पूरा पानी : विज
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि हरियाणा ने बड़ी मजबूती के साथ अपना पक्ष रखा है। हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार के हस्तक्षेप से हमें हमारे हिस्से का पूरा पानी मिलेगा।
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