सरकार से वार्ता के बावजूद जारी है जाटों का आंदोलन
हरियाणा में जाटों का आंदोलन जारी है। जाट नेता बलिदान दिवस पर किए गए फैसले के अनुरूप आंदाेलन तेज करने की तैयारी में जुट गए हैं।
जेएनएन, पंचकूला। हरियाणा में जाट आंदोलन जारी है। राज्य सरकार के साथ जाट नेताओं की समझाैता वार्ता के बीच राज्य में विभिन्न जगहों पर जाट आंदोलनकारी धरने पर डटे रहे। इसके साथ ही आंदोलन को तेज करने की तैयारी भी की जा रही है। इसके तहत राज्य में 10 और जगहों पर धरना शुरू करने के लिए जाट नेता जुट गए हैं।
मंगलवार को धरनास्थलों पर कल की अपेक्षा अधिक संख्या में लोग पहुंचे। हिसार के रामायण गांव में धरनास्थल पर सुबह से ही जाटों का आना शुरू हो गया। इनमें महिलाआें की संख्या काफी थी। धरनास्थल पर पानीपत में सोमवार को जाट नेताआें अौर सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के बारे में जानकारी दी गई। यहां धरना दे रहे लोगों के लिए लंगर की भी व्यवस्था थी।
झज्जर में धरने पर बैठी महिलाएं।
रोहतक के जसिया में भी काफी संख्या में लाेग धरनास्थल पर पहुंचे। रविवार को बलिदान दिवस पर जाट नेता सेामबीर जसिया द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में की गई अापत्तिजनक टिप्पणी के मामले को लेकर गहमागहमी रही। जाट आंदोलनकारी इस मामले के उछलने के कारण मीडिया से नाराज थे और उन्होेंने पत्रकारों से बदसुलूकी भी की।
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पानीपत के उग्राखेड़ी में आंदोलनकारियों को संबोधित करतीं संतोष दहिया।
कैथल के देवबन गांव में भी जाट आंदोलनकारी धरने पर डटे रहे। यहां भी धरने पर बैठे लोगों को पानीपत में सरकार से होने वाली वार्ता के बारे में जानकारी दी गई। जाट नेताओं ने कहा कि बिना सभी मांगें पूरी हुए आंदोलन समाप्त नहीं होगा। पानीपत के उग्राखेड़ी गांव में भी जाट आंदोलनकारी धरने पर डटे हुए हैं। यहां आज महिला नेत्री संतोष दहिया ने भी धरना दे रहे लोगों को संबोधित किया।
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जींद के इक्कस गांव में भी जाटों का धरना जारी है। इसी तरह, झज्जर, भिवानी के धनाना गांव, चरखी दादरी, फतेहाबाद के ढाणी गोपाल में धरनास्थलों पर जाट अांदोलनकारी मंगलवार काे डटे रहे। राज्य में अन्य धरनास्थलों पर भी आंदोलन जारी है।