पिता ने कहा, क्रिकेट से रिटायर होने के बाद शादी करे युवराज
पिता योगराज सिंह चाहते हैं कि युवराज सिंह क्रिकेट खेलना जारी रखें। उनका कहना है कि वह जब तक क्रिकेट खेलना चाहता है ख्ेाले और इस दौरान सिर्फ अपने खेल पर ही पूरा ध्यान लगाए। क्रिकेट से रिटायर होने के बाद ही उसे शादी करनी चाहिए।
पंचकूला, राजेश मलकानियां। पिता योगराज सिंह चाहते हैं कि युवराज सिंह क्रिकेट खेलना जारी रखें। उनका कहना है कि वह जब तक क्रिकेट खेलना चाहता है ख्ेाले और इस दौरान सिर्फ अपने खेल पर ही पूरा ध्यान लगाए। क्रिकेट से रिटायर होने के बाद ही उसे शादी करनी चाहिए।
योगराज सिंह का मानना है कि वैसे तो स्टार्स को शादी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि वह पार्टी में जाते हैं, वहां पर लड़कियों से मिलते हैं, डांस करते हैं और फिर रोमांस भी हो जाता है। इसके चलते पति-पत्नी के बीच अनबन होने लगती है और रिश्ते बिगड़ जाते हैं। योगराज ने कहा, मैं हार्डकोर था और यह बात मेरी पत्नी समझ नहीं पाई, जिससे हमारा तलाक हो गया। मेरे हार्डकोर होने का ही नतीजा है कि आज युवराज इंटरनेशनल खिलाड़ी है। घर में मेरी चलती है और हम चाहे जितने भी बड़े हो जाएं, लेकिन अपने माता-पिता की इज्जत करनी चाहिए।
योगराज ने कहा, जब मैं कोच था, तो मैंने मंत्री, अधिकारी और गरीब के बेटे को भी एक समान समझा। उन्हें 12 से 14 घंटे मेहनत करवाई, क्रिकेट सिखाया और उन्हें खिलाड़ी बनाया है। उन्होंने कहा कि युवराज जैसा बेटा हर घर में पैदा हो सकता है, लेकिन जरूरत है उन्हें संस्कार देने की। बच्चों को मारना-पीटना गलत नहीं है, उन्हें इंसान बनाने के लिए यह जरूरी है, नहीं तो बच्चे बिगड़ जाते हैं। सारी जिंदगी मार खाने से अच्छा है, बचपन में ही मार खाकर सही इंसान बनो।
उन्होंने कहा कि बच्चों को जिंदगी में खुद को समझना चाहिए, मां-बाप की इज्जत करनी चाहिए और सच बोलने और सुनने की हिम्मत होनी चाहिए। दोबारा राजनीति में आने के बारे में उन्होंने कहा कि राजनीति में आना जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी और दोबारा ऐसा सोच भी नहीं सकता। अच्छा हुआ मैं हार गया था।