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बारिश ने तोड़े रिकॉर्ड, कई सेक्टर हुए लबालब

जागरण संवाददाता, पंचकूला : सोमवार को लगातार तीन घंटे की बारिश से पंचकूला में बाढ़ का

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Aug 2017 03:00 AM (IST)Updated: Tue, 22 Aug 2017 03:00 AM (IST)
बारिश ने तोड़े रिकॉर्ड, कई सेक्टर हुए लबालब
बारिश ने तोड़े रिकॉर्ड, कई सेक्टर हुए लबालब

जागरण संवाददाता, पंचकूला : सोमवार को लगातार तीन घंटे की बारिश से पंचकूला में बाढ़ का नजारा दिखा। शहर के कई कोनों में दो से तीन फुट तक पानी भर गया और लोगों के वाहन डूबे नजर आए। बारिश ने सेक्टर-19 ही नहीं, बल्कि दूसरे सेक्टरों को भी डूबो दिया। बारिश के चलते बच्चों की स्कूल से छुट्टी करनी पड़ी और कार्यालय समय के दौरान हुई बारिश ने लोगों को घर पर रहने के लिए मजबूर कर दिया। कुछ लोग जो घर से दफ्तर के लिए निकले, वह भी सड़कों पर कई घंटों तक रुके रहे। कुछ लोगों के वाहन पानी घुसने से खराब हो गए। बारिश ने नगर निगम एवं हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की पोल खोल दी। वहीं, पिंजौर में एक घर की छत भी गिर गई।

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विधायक के दौरे का नहीं दिखा असर

रविवार को पंचकूला के विधायक ज्ञानचंद गुप्ता ने सेक्टर-19 का दौरा किया था लेकिन सोमवार को हुई बारिश के असर के कारण उनके दौरे का कोई असर नहीं दिखा। सेक्टर-19 ओल्ड हाउसिंग कॉलोनी व हुडा के मकानों में जलभराव से घरों के अंदर पानी घुस गया। कॉलोनी में गलियों ने नहर का रूप ले लिया। सेक्टर-19 में यह समस्या पहली बार नहीं, बल्कि वर्षो पुरानी है जिसे सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया है। दमकल विभाग की गाड़ी को बुलाकर पानी बलटाना की ओर निकाला गया।

टै्रक्टर का लेना पड़ा सहारा

सेक्टर-19 से बाहर जाने वाले सभी रास्तों पर तीन फुट तक पानी जमा हो गया। रेलवे फाटक से औद्योगिक क्षेत्र के पास निकलने वाली सड़क पर पानी इतना ज्यादा था कि छोटी गाड़ियां दिखाई ही नहीं दे रही थी। सेक्टर-19 से औद्योगिक क्षेत्र तक पहुंचने के लिए एक ट्रैक्टर का सहारा लेना पड़ा। लोग यहां पर कह रहे थे कि जिला प्रशासन या पार्षद को किश्तियां खरीद लेनी चाहिए क्योंकि सेक्टर-19 की समस्या का हल कभी होना नहीं है, इसलिए कम से कम बरसातों में किश्तियों का प्रयोग तो हो सके। वहीं, पानी को देखकर दोपहिया और चार पहिया वाहन चालकों की हिम्मत नहीं हुई कि वह पानी में अपनी गाड़ी ले जा सकें। इसके अलावा सेक्टर के खेड़ा मंदिर के पास से बलटाना को जाने वाले रास्ते, फ्लाईओवर के पास निकलने वाले रास्ते पर भी तीन फुट तक पानी भर गया था।

विकास नगर का हाल बेहाल

सेक्टर-19 से बलटाना की ओर पानी निकाले जाने के कारण विकास नगर में पानी भर गया। विकास नगर के सुरेश सैनी, जगत राम, ब्रह्मादत्त शर्मा ने बताया कि बरसात के दिनों में अब ज्यादा पानी आने लगा है। विकास नगर का सीवरेज सिस्टम अब खराब हो गया है। नगर परिषद के अधिकारियों को कई बार कहने के बाद भी ड्रेनेज की सफाई नहीं करवाई गई है। हेमविहार का पानी भी विकास नगर में छोड़ना शुरू कर दिया है। उन्होंने इस समस्या को हल करने की मांग उठाई।

मार्केटों में हालत खस्ता

सेक्टर-15 में भी बरसात ने नगर निगम की पोल खोल दी। पार्किग एरिया में दो फुट तक पानी खड़ा था। पार्किग में खड़े वाहनों के टायर डूब चुके थे। मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि यह समस्या काफी पुरानी है। हर बारिश में पानी जमा हो जाता है।

कई घरों में घुसा पानी

सेक्टर-16 में बारिश से मकान नंबर 1031 से 52 और 824-48, 983-85 तक पानी घुटनों तक पहुंच गया। सुभाष पपनेजा ने बताया कि पानी की समस्या का हल निकालने में जिला प्रशासन और हुडा पूरी तरह फ्लॉप है। सुभाष पपनेजा ने कहा कि निगम ने रोड-गली की जो सफाई की है, उसका आज पता चल गया है। आने वाले दिनों में भी यह समस्या हल नहीं होगी। इसके अलावा सेक्टर-11-15, बस स्टैंड, बेला विस्टा, शालीमार चौक, सेक्टर लेबर चौक, सेक्टर 7-8 चौकों पर बरसात से स्थिति देखने वाली थी। चौक से कार निकालने में लोगों के पसीने छूट गए।

बंद हो गए सीवरेज

नालियों की सफाई खानापूर्ति के लिए हुई है। अब सभी सीवरेज और रोड गलियां ब्लॉक हो चुके है। गंदगी के साथ ही नालिया पूरी तरह से जाम हैं। इसका कारण निकासी की समस्या है।

पिंजौर में घर की छत गिरी

ब्लॉक के गाव बख्शीवाला में अचानक एक मकान की छत गिर जाने से घर का सारा सामान मलबे में दब गया। गनीमत रही कि छत गिरने के समय कोई भी कमरे में नहीं था। जानकारी के अनुसार गाववासी जय सिंह के मकान के कमरे की छत अचानक गिर गई। गाव के सरपंच हरदेव सिंह ने बताया कि जय सिंह पंचर लगाने का काम करता है। सोमवार को उसकी नि:शक्त पत्नी मनीषा घर पर अकेली थी व सुबह करीब 8 बजे रसोई में काम कर रही थी कि तेज बरसात के चलते उसके कमरे की छत अचानक से गिर गई। हादसे में मनीषा बाल-बाल बच गई। लेकिन उसके घर का सारा सामान छत के मलबे के नीचे दब गया। उसका करीब 70-80 हजार रुपये का नुकसान हो गया है। हरदेव समेत पीड़ित परिवार ने सरकार व प्रशासन से उचित मुआवजा देने की माग की है।


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