अशोक खेमका को फिर झटका, छिनी खेल स्कूल घोटाले की जांच
हरियाणा के वरिष्ठ आइएएस अफसर अशोक खेमका को तगड़ा झटका लगा है। राज्य सरकार ने उनसे राई खेल स्कूल की जांच वापस ले ली है।
जेएनएन, चंडीगढ़ : सोनीपत के राई खेल स्कूल में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में नया मोड़ आ गया है। दो मंत्रियों के टकराव के बीच मामला उलझता देख सरकार ने वरिष्ठ आइएएस अशोक खेमका से जांच वापस लेकर मुख्य सचिव डीएस ढेसी को सौंप दी है। अचानक बदले घटनाक्रम पर तल्खी दिखाते हुए खेमका ने कहा कि न तो उन्हें पहले जांच का लिखित आदेश मिला था और न अब इसे वापस लेने का कोई निर्देश मिला है।
राई स्पोट्र्स स्कूल में सामान की खरीद में हुए कथित गोलमाल और फिर ऑडिट के नाम पर दस्तावेज गायब करने के मुद्दे पर वित्त विभाग और खेल विभाग में ठनी हुई है।
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अब मुख्य सचिव को सौंपा हाई प्रोफाइल मामले की जांच का जिम्मा
मामले की संवेदनशीलता को देख सरकार ने पूरे प्रकरण की जांच खेमका को सौंपी थी। मामले से वित्त मंत्री और खेल मंत्री के सीधे जुड़े होने के कारण खेमका ने लिखित अधिकार न होने का हवाला देते हुए अभी तक जांच शुरू नहीं की थी। हालांकि, उन्होंने सरकार से लिखित अधिकार मांग रखे हैं, लेकिन पत्र का कोई जवाब नहीं आया। अब ताजा आदेश में जांच की जिम्मेदारी मुख्य सचिव डीएस ढेसी को सौंपी गई है। सीएमओ से चीफ सेक्रेटरी को जांच सौंपने के आदेश जारी हो गए हैं।
यह है मामला
राई खेल स्कूल में इलेक्ट्रॉनिक एवं खेल उपकरणों की खरीदारी में अनियमिताओं की शिकायत पर वित्त मंत्री ने विशेष ऑडिट टीम का गठन किया था। 3 फरवरी को टीम द्वारा स्कूल का सारा रिकॉर्ड अपने साथ ले जाने के आरोप लगाए गए। इसे नाक का सवाल बनाते हुए खेल मंत्री ने स्कूल की प्रिंसिपल एवं निदेशक भारती अरोड़ा की शिकायत को आधार बना टीम के छह अफसरों के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश दिए। डीजीपी ने मंगलवार को विज से मुलाकात कर डीडीआर दर्ज होने की जानकारी दी थी। जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टि के बाद ही एफआइआर होगी।
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खेमका बोले, जांच का लिखित आदेश मिला ही नहीं
आइएएस अधिकारी अशोक खेमका का कहना है कि सरकार ने राई स्पोर्ट्स स्कूल मामले की जांच सौंपने का पत्र जारी ही नहीं किया था। जब जांच सौंपी ही नहीं गई तो उनसे वापस कैसे ली जा सकती है।