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लोगों में अमिट छाप छोड़ गया राजस्थानी मेला

जासं, पंचकूला : चौखी ढाणी अमरावती एनक्लेव की पाचवीं वर्षगाठ पर आयोजित राजस्थानी मेले का रविवार को सम

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Jun 2017 01:00 AM (IST)Updated: Mon, 26 Jun 2017 01:00 AM (IST)
लोगों में अमिट छाप छोड़ गया राजस्थानी मेला
लोगों में अमिट छाप छोड़ गया राजस्थानी मेला

जासं, पंचकूला : चौखी ढाणी अमरावती एनक्लेव की पाचवीं वर्षगाठ पर आयोजित राजस्थानी मेले का रविवार को समापन हो गया। अंतिम दिन रविवार को लगभग दो हजार लोग मेले का मजा उठाने के लिए पहुंचे। शनिवार को इस मेले लगभग 1500 लोगों ने राजस्थानी मेले का आनंद उठाया था। आग से खेलते कलाकार और कील व तलवार पर खड़ी होती महिला को देखकर लोगों ने दांतों तले अंगुलियां दबा ली। कमजोर दिल के लोगों ने खतरनाक खेलों को देखकर अपनी ही आंखें बंद कर ली। मेले में मिट्टी के बने बुतों के साथ सेल्फी लेने वालों की कमी नहीं थी। चौखी ढाणी पर एंट्री करते ही ढोल और राम-राम सा से लोगों का दिल खुश हो रहा था। ठंडी छाछ पीकर अपनी थकावत मिठाने के बाद लोगों ने पकौड़ों एवं नूडल्स का खूब मजा उठाया। इसके बाद राजस्थानी बाजार में कपड़े, माला, पर्स महिलाओं के लिए काफी अच्छा अनुभव छोड़ गया। मेले में झूलों पर महिला एवं पुरुष खूब झूलते नजर आए। लोगों ने अपनी छुट्टी का पूरा आनंद लिया। डायरेक्टर मयंक गोयल ने बताया कि स्पेशल राजस्थानी मेन्यू रखा गया जिसके लिए राजस्थान से विशेष टीमों ने अपने हाथ का जादू लोगों का परोसा गया। हल्दीघाटी, वाटरफॉल, गुफा, कठपुतली, नट, जादूगर, भूल भलिया, ज्योतिष, सूर्य नमस्कार और राजस्थानी खाना सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रहे।


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