घग्गर से चंडीगढ़ तक डबल ट्रैक का ट्रायल सफल
डेराबस्सी : अंबाला-चंडीगढ़ रेलमार्ग के डबल ट्रैक प्रोजेक्ट के तहत सोमवार को घग्गर स्टेशन से चंडीगढ़
डेराबस्सी : अंबाला-चंडीगढ़ रेलमार्ग के डबल ट्रैक प्रोजेक्ट के तहत सोमवार को घग्गर स्टेशन से चंडीगढ़ स्टेशन तक बने नए डबल ट्रैक का सफल ट्रायल किया गया। इसमें घग्गर नदी पर बना नया रेलवे पुल भी शामिल था। घग्गर स्टेशन पर रेलवे (कंस्ट्रक्शन) के डिप्टी चीफ इंजीनियर रविकुमार गुप्ता ने पूजा-अर्चना के बाद इस ट्रायल का उद्घाटन किया। उनके साथ एक्सईएन अमरजीत सिंह, एसडीओ प्रदीप शर्मा, रेलवे ट्रैक एसडीओ डीके यादव व एसडीओ गुरप्रीत सिंह भी मौजूद थे।
रविकुमार ने बताया कि 199 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट के तहत अंबाला कैंट से चंडीगढ़ तक 45 किमी ट्रैक डबल किया जा रहा है। पहले चरण में कैंट से दप्पर तक, दूसरे चरण में घग्गर स्टेशन तक व तीसरे चरण में घग्गर से चंडीगढ़ तक करीब 13 किमी ट्रैक को डबल करने का काम पूरा किया गया जिसका ट्रायल सोमवार को पूरा हुआ। हालांकि काम अंतिम चरण में है। तीन महीने और लगेंगे। इलेक्ट्रीफिकेशन कार्य अभी बाकी है। जून, 2017 तक चंडीगढ़ तक डबल ट्रैक का काम पूरा कर उसे ट्रेन आवाजाही चालू कर देने की उम्मीद है।
दोपहर 120 टन वजनी डीजल इंजन में सवार होकर अधिकारी रवि 10 से 20 किमी की कॉशन स्पीड से 13 किमी दूर घग्गर स्टेशन पहुंचे। उन्होंने बताया कि नए ट्रैक में कोई खामी नहीं मिली है। फाइनल टच से पहले ट्रैक का लेवल एकसमान किया जाना बाकी है। चंडीगढ़ तक डबल ट्रैक की इलेक्ट्रीफिकेशन होनी बाकी है। डबल ट्रैक चालू होने से लोगों के समय व परेशानी में कटौती होगी। वन-वे सिंगल ट्रैक होने के कारण ट्रेनों की गति धीमी रखनी पड़ती थी। ट्रेनों को एक-दूसरे को पास देने के लिए स्टेशनों पर रुकना पड़ता है। डबल ट्रैक चालू होने से ट्रेनों की गति बढ़ेगी।