3 दिन बाद भी नहीं पता, किसने खरीदी कामर्शियल साइट
जागरण संवाददाता, पंचकूला : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) द्वारा की गई ई-ऑक्शन के तीन दिन बाद भ
जागरण संवाददाता, पंचकूला : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) द्वारा की गई ई-ऑक्शन के तीन दिन बाद भी पता नहीं चल पाया है कि कौन किस प्रॉपर्टी का मालिक बना है और किस कमर्शियल साइट्स से हुडा को कितना पैसा आया है। हुडा के उच्चाधिकारियों के पास फाइल गई है और फिलहाल यही समीक्षा चल रही है कि ई-ऑक्शन को दोबारा करवाया जाए या फिर जिस समय अंतिम साइट पर बोली लग रही थी और अचानक सर्वर डाउन हो गया, उसकी बोली दोबारा लगाई जाए। हुडा द्वारा पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से ई-ऑक्शन करवाई गई थी, लेकिन वह फिर भी विवादों के घेरे में फंस गया है।
संपदा विभाग की ओर से भेजी गई रिपोर्ट
संपदा विभाग की ओर से ई-ऑक्शन की पूरी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। जिसमें सर्वर डाउन से लेकर अन्य सभी पहलुओं पर भी जानकारी दी गई है। ई-ऑक्शन करवाने वाली कंपनी ने भी अपना डाटा हुडा को सौंप दिया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि ई-ऑक्शन में जिस कामíशयल साइट को किस व्यक्ति या ग्रुप ने खरीदा है। साथ ही किस साइट्स की बोली कितने करोड़ में गई। संपदा विभाग का कोई भी अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बोलने से कतरा रहा है, क्योंकि प्रॉपर्टी डीलर वेलफेयर एसोसिएशन ने हुडा पर गंभीर आरोप लगाए है। एसोसिएशन ने आरोप लगाया था कि हुडा ने किसी एक ग्रुप को लाभ पहुंचाने के लिए धांधली के तहत सर्वर को डाउन करवा दिया और दो घंटे बढ़ाने के बावजूद 15 मिनट पहले ही बोली को बंद कर दिया गया था।
बुधवार को 22 साइट्स की गई थी नीलाम
बुधवार को हुडा द्वारा 25 कामíशयल साइट्स की ई-ऑक्शन रखी गई थी, जिसमें 22 साइट्स सेल हो गई थीं। ई-ऑक्शन में हुडा ने पंचकूला की 16 करोड़ 71 लाख 48 हजार (रिजर्व प्राइज) की साइट्स सेल कर दीं थी। स्कूल की दो साइट और सेक्टर-15 का बूथ नहीं बिक पाया था। हुडा के पास तीन दिन बीत जाने के बाद भी कोई ऐसा डाटा नहीं आया कि कौन सी साइट्स कितने में बिकी और किसने खरीदी। जिस कारण सभी लोग असमंजस में है कि ई-ऑक्शन को वैध माना जाएगा या रद्द कर दी जाए। यदि ई-ऑक्शन रद्द होती है, तो फिर से लोगों को बोली लगाने के लिए तैयारी करनी होगी।
दोबारा भी लोग अच्छे दाम देने को तैयार : सुरेश
प्रॉपर्टी डीलर एसोसिएशन के प्रधान सुरेश अग्रवाल ने कहा कि यदि हुडा अधिकारी पारदर्शिता चाहते है, तो ई-ऑक्शन को रद्द करके दोबारा ऑक्शन करवा देनी चाहिए, ताकि सभी को संतुष्ट किया जा सके। शहर में कई बड़े व्यवसायी ई-ऑक्शन के जरिए प्रॉपर्टी के अच्छे दाम देने के लिए अभी भी तैयार है।
हुडा के संपदा अधिकारी मनीष लोहान ने बताया कि फिलहाल फाइल उच्चाधिकारियों के पास गई है। वहां से जो भी अप्रूवल आएगी, उसी हिसाब से आगामी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभी यह भी नहीं पता लग पाया है कि कौन सी साइट कितने में बिकी और किसने खरीदी है।