राजिंदर चौधरी ने ही ट्रेन में बम लगाए थे
जागरण संवाददाता, पंचकूला : समझौता विस्फोट मामले में शुक्रवार को राष्ट्रीय जाच एजेंसी (एनआइए) को उस स
जागरण संवाददाता, पंचकूला : समझौता विस्फोट मामले में शुक्रवार को राष्ट्रीय जाच एजेंसी (एनआइए) को उस समय राहत मिली, जब एक गवाह ने अभियुक्त राजिंदर चौधरी और अन्य की भूमिका के बारे में डिसक्लोजर रिपोर्ट में अपना बयान दर्ज करवाने की बात कही।
पानीपत के पास 18 फरवरी 2007 को समझौता एक्सप्रेस में हुए विस्फोट में 68 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें ज्यादातर पाकिस्तानी थे। नोएडा के जिला युवा कल्याण अधिकारी दशरथ प्रसाद चौधरी के प्रकटीकरण बयान के दौरान नोएडा के सहायक निदेशक (कारखाना) अरुण कुमार के साथ एक स्वतंत्र गवाह थे।
प्रसाद ने आज अदालत में बताया कि राजिंदर चौधरी ने डिसक्लोजर रिपोर्ट में लोकेश शर्मा, अमित हलका, कमल चौहान के साथ 4 सूटकेस बम के बारे में भूमिका को कबूल किया था। समझौता ट्रेन को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से चुना गया था। चौधरी ने एनआइए को बताया था कि वे और अमित हलका पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के डीलक्स छात्रावास में रुके थे और दोनों बम के सूटकेसों को एक अलमारी में रख दिया था। अगली सुबह वह लोकेश शर्मा और कमल चौहान से मिले और बम के सूटकेस प्लेटफार्म नंबर 1 पर खड़ी समझौता ट्रेन में लगा दिया था। प्रसाद ने अदालत को बताया कि चौधरी ने डिसक्लोजर रिपोर्ट में भी पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उन विशिष्ट स्थानों की पहचान की थी, जहां पर रूके और बम प्लांट किए थे। चौधरी के प्रकटीकरण बयान को 22 दिसंबर 2012 को दर्ज किया गया था। चौधरी ने यह भी बताया था कि उसने सुनील जोशी जोकि साजिश का मास्टरमाइंड था और बम प्लाटर्स लोकेश शर्मा और कमल चौहान के साथ 2006 में फरीदाबाद में करनी शूटिंग रेंज में शूटिंग की ट्रेनिंग ली थी।