नकदी का संकट : बाजार में खूब बिक रही नए नोटों की मालाएं
सुशील भाटिया, पलवल बैंकों में भले ही आम आदमी 100-50 के नोट हासिल करने के लिए लंबी लाइनों में
सुशील भाटिया, पलवल
बैंकों में भले ही आम आदमी 100-50 के नोट हासिल करने के लिए लंबी लाइनों में लगने के बाद भी बैरंग लौट रहा हो। लोगों को अपनी रसोई की जरूरतों को पूरा करने के लिए नकदी का बंदोबस्त करने में पापड़ बेलने पड़ रहे हों, पर पलवल के मेन बाजार में इसकी कोई कमी नहीं दिखती। यहां के एक-दो नहीं बल्कि कई दुकानों पर 10 रुपये से लेकर 100 रुपये तक के नए नोटों की मालाएं टंगी नजर आ जाएंगी।
नए नोटों की मालाएं दो जगहों पर प्रयोग होती हैं, या तो चुनावी मौसम में नेताओं के गले में या फिर शादियों के मौसम में सेहरा बंदी के समय दूल्हे के गले में।
इन दिनों शादियों का सीजन है, तो दुकानदार मनचाहे दाम पर नोटों की मालाएं बेच रहे हैं। अब ऐसे वक्त में जब देश नकदी के संकट से जूझ रहा है, बाजार में प्रवेश करने वाला कोई भी व्यक्ति इन मालाओं को देख कर एक बार तो चौंक ही जाता है और मन ही मन सोचने लगता है कि इन दुकानदारों के पास नए नोट कहां से आए। हमें तो पुराने ही नहीं मिल रहे।
दैनिक जागरण ने जब इन दुकानों पर टंगी नोटों की मालाओं की फोटो खींची, तो यह देख कर बाकी दुकानदार मालाओं को फटाफट समेटने मे लग गए। खैर जागरण ने भी एक दिन इस बात का इंतजार किया कि क्या अगले दिन यह फिर टंगी मिलती हैं या दुकानों में दुबका दी गई, पर अगले दिन फिर यह मालाएं अपने स्थान पर टंगी मिली।
यहां यह भी बता दें रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने भी इस बाबत निर्देश जारी कर रखे हैं कि नोटों को स्टैपल करना या उसकी मालाएं बनाना गलत है। अब यह जिला प्रशासन को देखना है कि वो इस बारे में क्या उचित कदम उठाता है।
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मेरे संज्ञान में यह मामला नहीं है और न ही इस बाबत कोई शिकायत आई है, अगर ऐसा हो रहा है तो गलत है और अधिकारियों को भेज कर इसकी जांच करवाई जाएगी।
-अशोक शर्मा, जिला उपायुक्त, पलवल।