आसमान से बरसी आग, जनजीवन प्रभावित
जागरण संवाददाता, नारनौल : दक्षिण हरियाणा के अर्धमरुस्थलीय इलाके नारनौल में गर्मी अपने प्रचंड वेग में
जागरण संवाददाता, नारनौल : दक्षिण हरियाणा के अर्धमरुस्थलीय इलाके नारनौल में गर्मी अपने प्रचंड वेग में है। सूर्यदेव के तीखे तेवरों से क्षेत्र में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जहां बाजारों और सड़कों पर शुक्रवार दिन के समय वीरानी छाई रही, वहीं लू के थपेड़ों में बचपन कुम्हलाया नजर आया। आज गर्मियों के इस मौसम का सर्वाधिक तापमान नारनौल में दर्ज किया गया। यहां का अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से तीन डिग्री अधिक है। भीषण गर्मी को देखते हुए अभिभावकों ने प्राथमिक स्कूलों में छुट्टियां करने की मांग की है। क्षेत्र में जल्द गर्मी से छुटकारे की संभावना भी नहीं है।
हर वर्ष प्रदेश का सबसे गर्म रहने वाला नारनौल इस वर्ष गर्मियों में फिर से तपने लगा है। भीषण गर्मी के सामने एसी और कूलर जवाब देने लगे हैं। गर्मी से बचाव के लिए बिजली की मांग में भी एकाएक बढ़ोतरी हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में दिन के समय मात्र दो घंटे ही बिजली आने से लोगों का बुरा हाल है। इनवर्टर भी दोपहर तक ही चल पाते हैं। आसमान से बरसने वाली आग से इंसान तो जैसे-तैसे अपने आपको बचा लेते हैं, लेकिन पशु-पक्षियों का बुरा हाल है। पानी की कमी से जूझ रहे इस क्षेत्र में जंगली जानवरों को पानी नहीं मिल पा रहा। पानी की तलाश में वन्य प्राणी भटकते रहते हैं।
मई महीने का अंतिम शुक्रवार गर्मियों के इस सीजन का सबसे गर्म दिन रिकार्ड किया गया। अप्रैल महीने से ही 40 से अधिक चल रहा अधिकतम तापमान शुक्रवार को 46.5 डिग्री तक पहुंच गया। आगामी कुछ दिनों तक गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। गर्मी के साथ ही दिन में चलने वाली लू के थपेड़ों से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सुबह नौ बजे से ही सूर्यदेव आग उगलने लगते हैं जो शाम पांच बजे तक जारी रहती है। गर्मी के चलते लोग घरों में कैद होने पर मजबूर हैं। स्कूल-कालेज और कार्यालयों में जाने वाले लोग ही सड़कों पर दिखते हैं।
गर्मी में शहर की सड़कें तप रही हैं, ऐसे में लोगों का घर से निकला दूभर हो रहा है। दिन में गर्म हवा के साथ-साथ सूर्य देव भी आग बरसा रहे हैं। इसके चलते लोग दिन के समय घरों में दुबकने को अधिमान दे रहे हैं और केवल आवश्यक कार्यों के लिए ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। शुक्रवार को शहर के बाजार, सड़कें व गलियां वीरान नजर आए। सड़कों पर दिनभर दौड़ने वाले वाहनों की संख्या भी अपेक्षाकृत काफी कम रही। थोड़ी देर भी धूप में रह गए वाहनों की सवारी करना आसान नहीं रहा। घरों में भी कूलर और एसी की ठंडी हवा में आराम करने वालों को चैन नहीं मिला, क्योंकि कूलर और एसी पर्याप्त ठंडक नहीं दे पा रहे थे।
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गर्मी से जल्द राहत के आसार नहीं
चौधरी चरण¨सह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल मौसम में बदलाव की कोई संभावना नहीं है, जिससे आगामी दिनों में भी अधिकतम तापमान में कमी आने की संभावना नहीं है। शनिवार को भी कमोबेश आज जैसा ही मौसम रहने की संभावना जताई गई है। उधर, बढ़ते तापमान की वजह से अस्पतालों में गर्मी जनित रोगियों के भी बढ़ने की संभावना है। इस मौसम में उल्टी, दस्त व वायरल के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डॉ. विजय यादव ने बताया कि गर्मी के मौसम में उल्टी, दस्त व बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। इनमें छोटे बच्चों की संख्या ज्यादा है। अभिभावक धूप व गर्म हवाओं के बीच छोटे बच्चों के साथ सफर न करें। बच्चे के खानपान का विशेष ध्यान रखें। ज्यादा दिक्कत होने पर विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लेकर इलाज लें।
छोटे-छोटे बच्चों के लिए आफत
सुबह आठ बजते-बजते तेज धूप गर्मी का अहसास कराने लग रही है। लोग घर से बाहर जाते हैं साथ में परना या तौलिया ले जाना नहीं भूलते। वहीं इस प्रचंड गर्मी में स्कूल से लौटने वाले बच्चों की स्थिति काफी दयनीय है। बच्चे रास्ते में जो हैंडपंप दिखता है उस पानी पीते हुए दिखाई देते हैं। कई गांव तो ऐसे हैं जहां कच्चे रास्ते से बच्चे तपते रेत से होते हुए स्कूल से गांव लौटते हैं। गर्मी के प्रकोप को देखते हुए अभिभावकों ने जिला प्रशासन से प्राथमिक स्कूलों में छुट्टियां करने की मांग की है। उनका कहना है कि छोटे बच्चे जल्द लू की चपेट में आते हैं।
अप्रैल में दो बार 45.5 डिग्री तक पहुंचा पारा
नारनौल शहर प्रदेश में हर वर्ष गर्मियों के मौसम में गर्मी और सर्दियों के मौसम में सबसे सर्द शहर होने का रिकार्ड बनाता रहा है। यहां का तापमान इस वर्ष अप्रैल महीने में भी दो बार 45.5 डिग्री तक पहुंच चुका है। 45 डिग्री से अधिक तो कई बार पहुंचा है।
तिथि अधिकतम तापमान
17 अप्रैल 45
19 अप्रैल 45.3
20 अप्रैल 45.5
21 अप्रैल 45.5
07 मई 45.2
08 मई 45.5
09 मई 45
10 मई 45
14 मई 45.2
26 मई 46.5