नेताजी ने की थी शपथ लेने की तैयारी
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : भाई साहब नेता जी ने शपथ लेने तक की तैयारी कर ली थी। उन्ह
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : भाई साहब नेता जी ने शपथ लेने तक की तैयारी कर ली थी। उन्होंने मंत्री पद की शपथ के लिए अलग से कुर्ता-पायजामा व बढि़या वाला जैकेट भी सिलवा लिया था, लेकिन इस बार भी रह गए। चलो, इस बार नहीं अगली बार मौका जरूर मिलेगा। इसी दिलासा के साथ समर्थकों ने नेताजी को ढांढस बंधाया।
जब-जब मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट हुई नेताजी के तथाकथित सलाहकारों ने उन्हें मंत्री पद पर बिठा ही दिया था। इस बार तो नेताजी की बांछें खिली हुई थीं। वे अपने कार्यकर्ताओं में खुद दावा करते नजर आए कि इस बार मंत्री मिलेगा, नहीं तो सीपीएस तो है ही। उन्होंने शपथ लेने की पूरी तैयारी कर ली थी। नेताजी के दावे के बाद शहर के लोगों ने भी बड़ी उम्मीद लगा रखी थी। खास तौर से उनके समर्थक अति उत्साहित थे। भले ही नेताजी की मुराद पूरी न हुई हो लेकिन विरोधी खेमा यह जानकार खुश है कि नेताजी मंत्री नहीं बने।
सीवर के पानी में जाम हो गए दावे
जब भी वर्षा होती है शहर के लोग जलमग्न सड़कों को लेकर एक ही चर्चा करते हैं कि सीवर व नालों की सफाई कराने का दावा करने वाले कहां गए। पिछले शनिवार व रविवार को दो दिन लगातार शहर में वर्षा हुई थी। जन स्वास्थ्य विभाग के दावों के बाद भी शहर की सीवर व्यवस्था जाम हो गई थी। शहर के परेशान लोग सत्तापक्ष के उन नेताओं को ढूंढ़ते नजर आए जो शहर की सीवर व नाले साफ होने का दावा कर रहे थे। इस शनिवार को सुबह सिर्फ एक घंटा तेज वर्षा हुई। फिर भी शहर की सड़कें जलमग्न हो गई। उन सीवरेज का भी बुरा हाल देखा गया है जिन्हें बने एक साल भी नहीं हुआ। इन सीवरेज के पानी में नेताजी के दावे जाम दिखाई दिए। शहर वासी यह कहते नजर आए कि नेताजी को बुलाकर दिखाओ और पूछो तो कि आखिर समाधान क्या है।
जाति विशेष व एक संगठन पर मेहरबानी
एक सबसे बड़े सरकारी शिक्षण संस्थान के मुखिया आजकल उस एक जाति विशेष के लोगों पर पूरी तरह से मेहरबान हैं जो सरकार में दखल रखने वाले एक बहुत बड़े संगठन से संबंध रखते हैं। इस सप्ताह भी उन्होंने संस्थान के पदाधिकारियों में फेरबदल करते हुए इसी तरह की मेहरबानी दिखाई। वे अपने इस कार्य के लिए काफी चर्चाओं में भी हैं। एक राजनीतिक पार्टी ने उनके इस कार्य पर उंगुली उठाते हुए आपत्ति भी जताई। साहब हैं कि इन आपत्तियों को दरकिनार कर अपने अंदाज में कार्य कर रहे हैं।
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