बल्लभगढ़ से प्रदेश में फैली रसिया की मस्ती
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक विभाग की ओर से तीन
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक विभाग की ओर से तीन वर्ष पहले बल्लभगढ़ की सांस्कृतिक विधा रसिया को मंच पर प्रस्तुत किया था। रसिया भाभी और देवर की फागुन में छेड़खानी पर आधारित होता है जिसमें देवर-भाभी के बीच में छेड़खानी और स्नेह की चरमसीमा को दर्शाया गया है। बल्लभगढ़ की इस विधा को अब रत्नावली के माध्यम से पूरे हरियाणा में फैला दिया गया है। अब करनाल और यमुनानगर के युवा भी रसिया को सीख कर मंच पर प्रस्तुति दे रहे हैं।
इस बार रत्नावली में आधा दर्जन से अधिक टीमें रसिया विधा में आई हैं। यमुनानगर के डीएवी कन्या महाविद्यालय टीम ने जबरदस्त प्रस्तुति दी। इससे यूटीडी की ओर से रसिया पर देवर-भाभी की होली के दौरान जारी छेड़छाड़ को प्रस्तुत किया। टीम में शामिल युवा कलाकार गायिका प्रियंका, सन्नी, मोनू, संजीव, पंकज कुमार, वेष्णवी, महक, शशी, निशा और सुरेश कुमार ने बताया कि उन्होंने पिछले एक माह से लगातार रसिया डांस की प्रेक्टिस की है। गायिका प्रियंका ने बताया रसिया में पूरे मस्ती भरे गाने हैं और उनमें झलकता है कि हरियाणा में कितनी मस्ती है। यूटीडी की टीम की इंचार्ज डॉ. मधूदीप ने बताया कि रसिया को प्रमोट करने का श्रेय रत्नावली को जाता है। रसिया विधा प्रदेश में लुप्त होने के कगार पर थी। कुवि के युवा एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के पूर्व निदेशक और हरियाणवी फिल्मों के कलाकार अनुप लाठर ने इस विधा को बचाने का बीड़ा उठाया था। उन्होंने गांव-गांव जाकर इस विधा की डाक्यूमेंट्री बनाई थी। इसी के आधार पर प्रदेश भर में युवाओं की टीमों को इस विधा के तैयार किया गया।