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जयललिता के निधन से गीता जयंती महोत्‍सव में नहीं आए राष्ट्रपति

राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी अंतरराष्‍ट्रीय गीता जयंती महोत्‍सव का शुभारंभ करने अब नहीं आंएगे। तमिलनाडू की मुख्‍यमंत्री जय‍ललिता के निधन के कारण राष्‍ट्रपति का दौरा रद कर दिया गया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 06 Dec 2016 08:47 AM (IST)Updated: Tue, 06 Dec 2016 11:38 AM (IST)
जयललिता के निधन से गीता जयंती महोत्‍सव में नहीं आए राष्ट्रपति

जेएनएन, कुरुक्षेत्र। अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के शिरकत करने का कार्यक्रम रद हो गया है। तमिलनाडू की मुख्यमंत्री जयललिता का निधन होने के कारण राष्ट्रपति का धर्मनगरी में पहुंचने का कार्यक्रम रद किया गया है। वैसे अभी अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।

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राष्ट्रपति धर्मनगरी में अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का शुभारंभ करने वाले थे। वह श्रीकृष्णा सर्किट की आधारशिला रखने वाले थे। इसके अतिरिक्त राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्रीमद् भागवत गीता सदन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता संगोष्ठी में बतौर मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करनी थी। अब सभी कार्यक्रम में राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी मुख्य अतिथि होंगे।

वैसे, अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के लिए कुरुक्षेत्र सज संवर कर तैयार है, लेकिन राष्ट्रपति का कार्यक्रम से निराशा छा गई है। अब राज्यपाल सोलंकी पुरुषोतमपुरा बाग में पवित्र ग्रंथ गीता के पूजन और गीता यज्ञ में आहुति डालकर करेंगे। महोत्सव के मद्देनजर धर्मनगरी कुुरुक्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान पहरा दे रहे हैं।

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राष्ट्रपति और उनके पुत्र अभिजीत मुखर्जी व पुत्रवधू चित्रलेखा मुखर्जी मां भद्रकाली मंदिर में पूजा के लिए पहुंचने वाले थे। शक्तिपीठ श्रीदेवीकूप मां भद्रकाली मंदिर राष्ट्रपति स्वागत के लिए सज गया था। श्रीदेवीकूप भद्रकाली के पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने बताया कि मंदिर प्रशासन की ओर से राष्ट्रपति को महिषासुर मर्दनी का दिव्य दर्शन कराने वाला शंख भेंट करना था,लेकिन राष्ट्रपति का कार्यक्रम रद होने से निराशा हुई है।

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सेमीनार में जुटेंगे देश-विदेश के विद्वान

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय गीता सेमीनार में 10 तकनीकी सत्रों में 200 से अधिक विद्वान अपने विशेष व्याख्यान देंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सत्र में दुनिया के अलग-अलग देशों से आए विद्वानों के विशेष व्याख्यान होंगे।

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इनमें अमेरिका से डॉ. डेविड फराले, मारीशस से स्वामी रूद्रात्मानंद सरस्वती, वियतनाम से डॉ. सुको, डॉ. थिच, अमेरिका से डॉ. स्टीफन, डॉ. गुरुमुर्थीक कल्याणम, हावर्ड यूनिवर्सिटी से डॉ. रजनी एस गोयल, अमेरिका से मां सत्या कालडा, नेपाल से वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन के सीनियर उप-प्रधान सम्हिता शास्त्री, गुरु अर्जुन प्रसाद, जापान से डेसुके मूर्तासेन, जापान से अजूमासेन, यूके से डॉ. हरजीत सिंह, कनाडा से उषा रानी सहित कई अन्य विद्वान शामिल हैं।

कुरुक्षेत्र में तैनात सुरक्षाकर्मी।


विदेशों तक पहुंच रही महोत्सव की गूंज

गीता जयंती महोत्सव की गूंज विदेशों तक पहुंच रही है। पिछले पांच दिनों में दो लाख पर्यटक गीता जयंती महोत्सव का भ्रमण कर चुके हैं। महोत्सव में प्रवेश के लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा आठ गेट बनाए गए हैं, जहां से पर्यटक शिल्पकला का अवलोकन करने पहुंच रहे हैं।

ब्रह्मसरोवर पर आयोजित गीता जयंती महोत्सव में पर्यटक कच्ची घोड़ी, छपेली नृत्य व नगाड़ों की गूंज पर खूब ठुमके लगा रहे हैं। पर्यटकों के उत्साह का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 4 दिसंबर तक गीता जयंती महोत्सव में 1 लाख 93 हजार 681 पर्यटक पहुंच चुके हैं।

जिला उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने बताया कि मुख्य रूप से उत्तर दिशा में मुख्य गेट, मंदिर गेट, कृष्णा गेट, भीम गेट, अभिनन्यु गेट, दक्षिण दिशा में मुख्य गेट, वीवीआइपी गेट, अर्जुन गेट प्रमुख हैं। गीता द्वार पिपली, अंबाला रेलवे स्टेशन, चंडीगढ़ एयरपोर्ट, मुरथल सुखदेव ढाबे सहित कई अन्य स्थानों पर एलईडी लगाई गई हैं, जहां पर लाइव प्रसारण चल रहा है। शहर में भी 25 हजार निमंत्रण वितरित किए गए हैं। महिलाओं, बुजुर्गों एवं बच्चों की सुविधा के लिए केडीबी द्वारा इ-रिक्शा का प्रबंध किया गया है।

हर पर्यटक की उपस्थिति दर्ज
गीता जयंती महोत्सव में पहुंचने वाले प्रत्येक पर्यटक की मशीन में उपस्थिति दर्ज हो रही है। सभी प्रवेश द्वारों सुरक्षा के लिहाज से मशीनें लगाई गई हैं, जिनमें मेले में पहुंचने वाले पर्यटकों की गिनती दर्ज हो रही है।

सीधा प्रसारण देख सकेंगे देश-विदेश के लोग

देश विदेश के लोग अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का सीधा प्रसारण बिना किसी बफङ्क्षरग के देख सकेंगे। इंटरनेट की कम स्पीड भी इसे देखने वालों के आड़े नहीं आएगी। महोत्सव के तमाम कार्यक्रमों को लाइव दिखाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग किया गया है।बड़ी बात यह होगी इसके लिए यू-ट्यूब या किसी दूसरी साइट का भी सहारा नहीं लिया गया। एक लिंक सीधा आपको भगवान श्रीकृष्ण की नगरी में आयोजित गीता जयंती के दर्शन कराएगा।


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