नहीं चली मथुरा के लिए स्पेशल ट्रेन
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव पर मथुरा के लिए चलने वाले स्पे
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव पर मथुरा के लिए चलने वाले स्पेशल ट्रेन के पहिये थमे रहे। राष्ट्रीय शोक के कारण कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। गीता जयंती पर भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा से गीता की उपदेशात्मक स्थली धर्मनगरी को आपस में जोड़ने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई जानी थी। ट्रेन को रेल मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना करना था। रेलवे प्रशासन द्वारा रेलवे स्टेशन पर समारोह आयोजित किया गया। दोपहर तक रेलवे के अधिकारी रेल मंत्री के आगमन का इंतजार करते रहे। मगर तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के निधन पर कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। रेल मंत्री कुरुक्षेत्र न आकर सीधे चेन्नई के लिए रवाना हो गए। विधायक सुभाष सुधा ने बताया कि जल्द ही ट्रेन को मथुरा के लिए रवाना किया जाएगा। फिलहाल समय निर्धारित नहीं किया गया है।
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राजकीय शोक के कारण नहीं हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम
राष्ट्रीय शोक के चलते अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं हुए। सम्मान में राष्ट्रीय ध्वज भी आधा झुकाया गया। राष्ट्रीय शोक के चलते महोत्सव में ढोल-नगाड़ों की गूंज सुनाई नहीं दी। इसके चलते पर्यटकों में मायूसी दिखाई दी। राजस्थानी कच्ची घोड़ी से लेकर बंजारा के ढोल एवं जोगियों की सुरीली शरंगी की धुन नहीं सुनाई दी। केवल पर्यटकों की चहल-कदम ही ब्रह्मसरोवर पर नजर आई। पुरुषोत्तमपुरा बाग में शुरू होने वाले सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत भी नहीं हो पाई। सांस्कृतिक संध्या में उत्तरी क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र द्वारा धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की प्रस्तुति होनी थी। यहां पर 250 कलाकारों द्वारा 90 मिनट की प्रस्तुति आयोजित होनी थी। मगर राष्ट्रीय शोक के चलते कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए।
जिन घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहे थे, वहां भी विरानगी छाई रही। इतना ही नहीं जिन घाटों पर गीता के संदेश चल रहे थे, वे भी पूरी तरह बंद रहे। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय शोक के कारण राज्यपाल कप्तान ¨सह सोलंकी एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल नई परियोजनाओं की आधारशिला भी नहीं रखी।