लगातार दूसरे दिन विश्वविद्यालय का कामकाज रहा ठप
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र सातवें वेतन आयोग की मांग को लेकर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कर्म
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र
सातवें वेतन आयोग की मांग को लेकर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की हड़ताल लगातार दूसरे दिन भी जारी रही। कुवि गैर शिक्षक कर्मचारी संघ की ओर से घोषित हड़ताल के चलते कोई भी कर्मचारी कार्यालय में नहीं पहुंचा। कर्मचारियों ने ही परीक्षा शाखा के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया। कर्मचारियों के कार्य पर न लौटने के कारण प्रदेश भर से आए छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। विश्वविद्यालय परिसर में शुक्रवार को सैकड़ों विद्यार्थी अपने कार्य के लिए पहुंचे थे, लेकिन सभी मायूस लौटे।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ की ओर से बृहस्पतिवार को आम सभा की बैठक के बाद ही हड़ताल की घोषणा कर दी थी। जिसके बाद लगातार दो दिनों से विश्वविद्यालय का काम ठप पड़ा है। कुंटिया प्रधान रामकुमार गुर्जर ने कहा कि कर्मचारी पहले सातवें वेतन आयोग के लिए प्रदेश सरकार से लड़े थे और प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों की मांगों को पूरा करते हुए जल्द ही सातवें वेतन आयोग की अधिसूचना को जारी कर दिया था। उन्होंने कहा कि इसके बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन इसे लागू करने में ढुलमुल रवैया अपना रहा है। इसके कारण कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पिछले दिनों कर्मचारियों को एलटीसी देने का प्रयास भी किया था। जो कि पुराने वेतनमान के अनुसार ही दी जा रही थी। इससे कर्मचारियों को नुकसान होना तय था। प्रधान ने कहा कि इसके अलावा कर्मचारियों को डीए की एरियर कई माह बाद भी नहीं मिला। ऐसी मांगों के बाद प्रशासन कर्मचारियों की सुनने का तैयार नहीं था। उन्होंने कहा कि अब कर्मचारी मांगे मानने के बाद ही हड़ताल को समाप्त करेंगे।
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दिनभर भटकते रहे विद्यार्थी
कुवि में कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सबसे अधिक परेशानी छात्रों को हो रही है। कुवि से आधे से अधिक प्रदेश के महाविद्यालय जुड़े हैं। वहीं प्रदेश भर से लाखों की संख्या में विद्यार्थी प्राइवेट और दूरवर्ती शिक्षा केंद्र से शिक्षा प्राप्त करते हैं। शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थी अपने कार्य के लिए पहुंचे थे। करनाल से आई धारणा, पारुल, दिव्या ने बताया कि उनकी डिग्री में नाम गलत है और उन्हें अगली कक्षा में दाखिला लेना है। विश्वविद्यालय में कर्मचारियों की हड़ताल के छात्राएं भटकती रही, लेकिन समस्या का हल नहीं हो पाया।
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छात्रों ने किया प्रदर्शन
कर्मचारियों से परेशान छात्रों ने विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा के सामने प्रदर्शन भी किया। छात्रों का आरोप है कि गलती विश्वविद्यालय प्रशासन करता है, लेकिन दिक्कत विद्यार्थियों को उठानी होती है। छात्र पूरा दिन भटकते रहते हैं और उनकी न तो प्रशासन सुनता है और न ही कर्मचारी। गुस्साए छात्रों ने परीक्षा शाखा के सामने प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की है कि ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस मौके पर प्रवीण, राहुल, पलक, दिया, होशियार, मनजीत, अलविना, पूनम, नीलू, संतोष और पूजा आदि उपस्थित रहे।
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निट कर्मचारियों ने किया धरना प्रदर्शन
वहीं दूसरी और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (निट) में शुक्रवार को संस्थान के गैर शिक्षक कर्मचारियों ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के खिलाफ नारेबाजी की। कर्मचारियों ने सातवें वेतन की सिफारिशें को लागू करने की मांग की है। प्रदर्शन के दौरान महासचिव संजय मैहता, श्यामलाल, अजय कुमार, महेंद्र सैनी व राकेश मीणा ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर पृथ्वी ¨सह, रोशन लाल, जादा राम, सतीश सैनी, राम लखन, राजकुमार, अमरप्रीत, प्रेम कुमारी, सुषमा अरोड़ा, मीनाक्षी, सीमा अरोड़ा और काफी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे। धरना प्रदर्शन के अंत में कर्मचारी संघ के प्रधान प्रीत पाल ¨सह ने उपस्थित सभी सदस्यों का धन्यवाद व्यक्त किया।