कुवि सवा दो लाख तो सरकार हर छात्र खर्च कर रही 38 हजार
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रदेश का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय कुवि अपने छात्रों पर मोटा खर्च क
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रदेश का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय कुवि अपने छात्रों पर मोटा खर्च कर रही है। बजट के अनुसार विश्वविद्यालय अपने परिसर में शिक्षा प्राप्त कर रहे प्रति छात्रों पर दो लाख 27 हजार रुपये खर्च कर रही है। विडंबना यह है कि इस मोटे खर्च में प्रदेश सरकार का हिस्सा ऊंट के मुंह में जीरे से ज्यादा नहीं हैं। सरकार की ओर से विश्वविद्यालय के कुल बजट यानि लगभग साढ़े तीन सौ करोड़ का मात्र 28 प्रतिशत ही सरकार दे रही है। प्रदेश सरकार की ओर से इस बार विश्वविद्यालय को मात्र 40 करोड़ रुपये ही दिए हैं। इसकी अगर प्रति छात्र गणना की जाए तो यह मात्र 38 हजार रुपये प्रति छात्र है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय आकलन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) की टीम अगले माह में आने की संभावना है। जिसके लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में एनएएसी टीम के लिए तैयारियां जोरों पर है। इसी के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से एनएएसी टीम को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की सेल्फ स्टडी रिपोर्ट डाली है। जिसमें कुवि की ओर से प्रति छात्र खर्च होने वाले पैसे के बारे में जानकारी दी है। रिपोर्ट में कुवि की ओर से बताया गया है कि शिक्षकों के वेतन को अगर जोड़ा जाए तो विश्वविद्यालय प्रति छात्र दो लाख 27 हजार रुपये खर्च कर रहा है। इसके अलावा बिना वेतन के भी प्रति विद्यार्थी 96 हजार रुपये खर्च हो रहा है।
शिक्षा का अधिकार नहीं है उच्च शिक्षा में
वहीं प्रदेश में शिक्षा का अधिकार देने वाली सरकार के नियमों में शायद छात्रों को उच्च शिक्षा का अधिकार नहीं है। विश्वविद्यालय की आर्थिक स्थिति को कमजोर करने में प्रदेश सरकार के बजट नीति सीधे रूप से कार्य कर रही है। जहां विश्वविद्यालय प्रति छात्र सवा दो लाख रुपये खर्च कर रहा है वहीं प्रदेश सरकार मात्र 38 हजार रुपये।
विश्वविद्यालय में है 10 हजार छात्र
कुवि परिसर में वर्तमान समय में दस हजार 489 विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। जिनमें से 5879 छात्र हैं और 4610 छात्राएं। यह प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में सबसे अधिक है।